छात्रों के आन्दोलन के समर्थन में आया महागठबंधन, जगदानंद सिंह बोले- सरकार 5 मिनट के भीतर इसको खत्म कर देती लेकिन किया नही
पटना। आरआरबी एनटीपीसी के परीक्षा परिणाम को लेकर बिहार में परीक्षार्थियों के द्वारा कई दिनों से प्रदर्शन किया जा रहा है। छात्रों द्वारा किए गए हंगामे मामले में पटना पुलिस ने खान सर समेत कई कोचिंग संचालक और छात्रों के खिलाफ FIR दर्ज किया है। इस मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है। हम सुप्रीमो जीतनराम मांझी, जाप सुप्रीमो पप्पू यादव समेत महागठबंधन छात्रों के समर्थन में उतर गया है। वहीं अखिल भारतीय छात्र संघ और अन्य युवा संगठनों ने शुक्रवार को बिहार बंद का एलान किया है। आरआरबी एनटीपीसी को लेकर छात्रों के प्रदर्शन पर आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि छात्रों के विषय इतने उचित है कि संवाद के जरिए कोई भी अतिसंवेदनशील सरकार पांच मिनट के भीतर में इस मामले को खत्म कर सकती है। उन्होंने कहा कि तीन-चार साल के इंतजार के बाद भी नौजवानों को नौकरी नहीं मिल रही है। कोरोना काल में जब चुनाव हो सकते हैं तो एग्जाम क्यों नहीं।

आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना काल का बहाना बनाकर सरकार ने एग्जाम लेने में देर की। जबकि इसी कोरोना काल में कई चुनाव हुए हैं। और इसी कोरोना काल में अब यूपी, पंजाब समेत कई राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। साथ ही जगदानंद सिंह ने छात्र संगठनों द्वारा शुक्रवार को ‘बिहार बंद’ के एलान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग और महागठबंधन के सभी साथी इस बंदी का समर्थन करते हैं। और इस बंदी के दौरान कोई हिंसक घटना या दुर्घटना होती है तो इसकी जिम्मेदार सरकार होगी।
इससे पहले राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने छात्र आंदोलन को लेकर कहा कि रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड की गलती कारण हंगामा हो रहा है। उन्होंने कहा कि छात्रों और कोचिंग पर FIR कराना गलत है। रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड के अधिकारियों पर FIR होनी चाहिए। रिक्रूटमेंट बोर्ड की गलतियों के कारण छात्र आक्रोशित हुए हैं। वहीं छात्रों के आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि आंदोलन को कांग्रेस पार्टी से जोड़ना गलत है। रेलवे अपनी गलतियों को छुपा रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि कांग्रेस आंदोलन के साथ है लेकिन हिंसा का समर्थन नहीं करता है।

