मधुमक्खी पालन से बदल सकती है युवाओं की तकदीर: डॉ. निहोरा प्रसाद
फतुहा। केंद्र सरकार के लघु सूक्ष्म और मध्यम उद्यम मंत्रालय खादी ग्रामोद्योग आयोग की ओर से निजी संस्था के बैनर तले चल रहे मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण शिविर का शुक्रवार को समापन किया गया। इस दौरान समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व जदयू के वरिष्ठ नेता डॉ. निहोरा प्रसाद ने कहा कि राज्य में रोजगार की अपार संभावनाएं हं जरूरत है कि युवा वर्ग अपनी मनोवृति में बदलाव लाये। युवा नौकर नहीं मालिक बने। उन्होंने आगे बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार युवाओं को लेकर बहुत गंभीरता से काम कर रहे हंै और देश का एकलौता राज्य बिहार है जो स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, स्वयं सहायता भत्ता, स्टार्टप, जैसे योजनाओं का क्रियान्वयन कर रहा है। देश में आजादी के बाद हमलोग औद्योगिक विकास की होड़ में कृषि आधारित उद्योगों को भूल चुके हैं तथा बिहार सरकार कृषि रोड मैप बनाकर युवाओं के लिये रोजगार सृजन के क्षेत्र में काम कर रही है। इसके लिये जरूरत है कि युवा वर्ग आगे आकर इसका लाभ लें । इस मौके पर निजी संस्था के फाउंडेशन के संस्थापक ने कहा कि उग्रवाद बेरोजगारी का परिणाम है। युवाओं के खाली हाथ में शराब की बोतल और बंदूक आसानी से पहुंच जाती है। इस कारण उन्होंने बैंकों को उदारतापूर्वक ऋण उपलव्ध कराने की अपील की। इस दौरान उन्होंने कहा कि फतुहा सूबे का पहला बेरोजगार मुक्त प्रखंड बनाया जायेगा तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में पच्चीस लाख रुपये तक की राशि उद्योग लगाने के लिये मिल रही है। इस मौके पर प्रशिक्षक सुखदेव पासवान, राजदीप कुमार, राजीव कुमार, शोभा देवी, सुशील कुमार, सन्नी पासवान सहित भारी संख्या में युवा-युवतियों ने भाग लिया।

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