खिलाड़ियों से मारपीट और गाली गलौज करने वाले मधेपुरा के एडीएम सस्पेंड, जांच के बाद हुई कार्रवाई

पटना। मधेपुरा के बीपी मंडल इंडोर स्टेडियम में खिलाड़ियों के साथ मारपीट एवं गाली-गलौज करने के मामले में एडीएम (विभागीय जांच) शिशिर कुमार मिश्रा पर बड़ी कार्रवाई हुई है। सामान्य प्रशासन विभाग ने डीएम के जांच रिपोर्ट के आधार पर एडीएम को निलंबित कर दिया है। साथ ही निलंबन अवधि में शिशिर कुमार मिश्रा का मुख्यालय भागलपुर आयुक्त कार्यालय निर्धारित किया गया है। इस संबंध में राज्यपाल के आदेश से सरकार के अवर सचिव उमेश प्रसाद ने अधिसूचना जारी कर दी है। 30 नवंबर 2024 को बीपी मंडल इंडोर स्टेडियम में बैडमिंटन खेलने के क्रम में स्थानीय खिलाड़ियों के साथ बैडमिंटन रैकेट फेंककर मारने एवं गाली-गलौज करने की घटना वायरल वीडियो के माध्यम से प्रकाश में आने के उपरांत मामले की जांच मधेपुरा डीएम तरनजोत सिंह द्वारा की कराई गई। डीएम द्वारा समर्पित जांच प्रतिवेदन में पाया गया कि शिशिर कुमार मिश्र द्वारा खिलाड़ी का पीछा करते हुए बैडमिंटन फेंक कर मारा गया है। साथ ही जब एडीएम शिशिर कुमार मिश्रा खिलाड़ी का बाहरी परिसर तक पीछा करने के बाद इंडोर स्टेडियम में वापस आए तो उपस्थित खिलाड़ी राजकुमार से उलझ गए और उनका महंगा बैडमिंटन रैकेट भी तोड़ दिया गया। बयान में यह भी वर्णित है कि पिटाई के कारण खिलाड़ी राजकुमार के माथे एवं गले पर चोट आई है, जिसके इलाज के लिए उन्हें सदर अस्पताल ले जाया गया। पत्र के अनुसार शिशिर कुमार मिश्र द्वारा प्रदर्शित किया गया उक्त व्यवहार एवं आचरण किसी भी सरकारी सेवक से अपेक्षित नहीं है तथा यह कृत्य उनके पदीय गरिमा के विपरीत है। उनका यह कृत्य एवं आचरण बिहार सरकारी सेवक आचार नियमावली के प्रावधानों के भी प्रतिकूल है। अतएव शिशिर कुमार मिश्र को बिहार सरकारी सेवक (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियमावली, 2005 के प्रावधानों के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। निलंबन अवधि में शिशिर कुमार मिश्र को जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा। निलंबन अवधि में शिशिर कुमार मिश्र का मुख्यालय आयुक्त कार्यालय, भागलपुर प्रमंडल, भागलपुर निर्धारित किया जाता है। दरअसल, एडीएम शिशिर मिश्रा पर खिलाड़ियों ने मारपीट का आरोप लगाया था। खिलाड़ियों का आरोप था कि उसने अधिकारी के साथ बैडमिंटन खेलने से मना कर दिया था। इसके बाद गुस्साए अधिकारी ने बैडमिंटन कोर्ट में खिलाड़ियों को रैकेट से पिटाई की थी। इसका वीडियो भी सामने आया था जिसमें अधिकारी खिलाड़ी को दौड़ा दौड़ाकर पीट रहे थे और गाली-गलौज भी की थी। मामला जिले के बीपी मंडल इंडोर स्टेडियम का था। पीड़ित बैडमिंटन खिलाड़ी देवराज के मुताबिक इंडोर स्टेडियम पहुंचे अधिकारी ने उसपर साथ में बैडमिंटन खेलने के लिए दबाव बनाया था। थका होने के कारण उसने मना कर दिया था। इसके बाद अधिकारी आग बबुला हो गए थे। देवराज के साथ राजकुमार भी था उसके साथ भी मारपीट हुई थी। हालांकि इस मामले में एडीएम ने अपनी सफाई दी थी। कहा था कि खिलाड़ियों के द्वारा कमेंट पास किया गया था। इसी दौरान हल्की फुल्की दौड़ा भाग हो गयी थी। उन्होंने आरोप को निराधार बताया था, लेकिन वीडियो में साफ दिख रहा था कि अधिकारी खिलाड़ी को दौड़ा दौड़ाकर पीट रहे हैं और गाली गलौज कर रहे हैं। मामला सामने आने के बाद अधिकारी को तत्काल प्रभाव से खेल विभाग और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का प्रभार छीन लिया गया था। अब स्सपेंशन की कार्रवाई की गयी। विभाग ने अपने आदेश में कहा कि “एडीएम शिशिर मिश्रा का व्यवहार और आचरण किसी भी सरकारी सेवक से अपेक्षित नहीं है। कृत उनके पदीय गरिमा के विपरीत है।

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