एलजेपीआर ने शुरू की चुनाव की तैयारी, उम्मीदवार चयन को कमेटी गठित, शांभवी बनी प्रभारी
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सभी राजनीतिक दल अपनी रणनीति बनाने और जमीनी स्तर पर मजबूत पकड़ बनाने में जुट गए हैं। इसी क्रम में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने अपनी चुनावी तैयारियां तेज कर दी हैं। पार्टी ने उम्मीदवार चयन और संगठन को सशक्त बनाने के लिए समीक्षा कार्यान्वयन समिति का गठन किया है। इस समिति की जिम्मेदारी संभावित उम्मीदवारों की पहचान करने और उन्हें चुनाव के लिए तैयार करने की होगी। पार्टी ने समस्तीपुर की सांसद शांभवी चौधरी को इस समिति का प्रभारी बनाया है। नौ सदस्यीय इस समिति में शांभवी के अलावा अरविंद सिंह, डॉक्टर अभिषेक सिंह, पवन राज, कोमल सिंह, संजय सिंह, सुरेंद्र विवेक, अंशु प्रियंका और मनीष सिंह जैसे प्रमुख सदस्य शामिल हैं। समिति को संगठनात्मक बदलावों के साथ-साथ चुनावी तैयारियों को गति देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। समिति को पार्टी के अंदर कई अहम कार्य सौंपे गए हैं, जिनमें मुख्य रूप से संभावित उम्मीदवारों की पहचान और चयन, संगठन में नई नियुक्तियां, जिला स्तर के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करना, और रैलियों की तैयारी शामिल है। समिति संभावित उम्मीदवारों का मूल्यांकन कर उनकी चुनावी तैयारी सुनिश्चित करेगी। समिति जिला अध्यक्षों के साथ समन्वय करके संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करेगी। समिति पार्टी के अन्य प्रभारी नेताओं और जिला अध्यक्षों से रिपोर्ट लेकर पार्टी की नीतियों को लागू करवाने का काम करेगी। चुनाव प्रचार के लिए रैलियों का आयोजन और उसकी तैयारी सुनिश्चित करना समिति की जिम्मेदारी होगी। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने साफ कर दिया है कि वह इस बार संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। जिला अध्यक्षों को यह निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में संभावित उम्मीदवारों के साथ मिलकर आगामी तीन महीनों के कार्यक्रमों को तय करें और उसे प्रभावी ढंग से लागू करें। इसके अलावा, पार्टी के प्रभारी और अन्य वरिष्ठ नेता इस प्रक्रिया की निगरानी करेंगे ताकि चुनाव से पहले संगठन पूरी तरह तैयार हो सके। पार्टी के सांसद सह प्रभारी अरुण भारती ने इस संबंध में एक पत्र जारी किया है। उन्होंने कहा है कि समिति द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट को सख्ती से लागू किया जाएगा। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से भी आह्वान किया है कि वे संगठन को मजबूत करने के लिए मिलजुलकर काम करें।लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का यह कदम बताता है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए पूरी तरह तैयार है। समीक्षा कार्यान्वयन समिति का गठन न केवल उम्मीदवारों के चयन को आसान बनाएगा बल्कि संगठन को जमीनी स्तर पर सशक्त भी करेगा। पार्टी की यह रणनीति आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।


