पटना एयरपोर्ट हैदराबाद जा रहे यात्री के बैग से जिंदा कारतूस बरामद, मचा हड़कंप, गिरफ्तार

पटना। जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब हैदराबाद जाने वाले एक यात्री के बैग से दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए। यह मामला इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E 6127 से जुड़ा है, जो पटना से हैदराबाद के लिए रवाना होने वाली थी। आरोपी यात्री की पहचान मोहम्मद राशिद अख्तर के रूप में हुई है, जो हैदराबाद होते हुए मस्कट जाने वाला था। सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा जांच के दौरान जब मोहम्मद राशिद का बैग स्कैनर से गुजारा गया तो स्क्रीन पर संदिग्ध वस्तु दिखाई दी। इसके बाद इंडिगो एयरलाइंस के सुरक्षा अधिकारियों ने तत्काल सतर्कता बरतते हुए बैग को अलग किया और गहन तलाशी ली। तलाशी में बैग से दो जिंदा कारतूस बरामद हुए। इस घटना के बाद एयरपोर्ट पर तैनात सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। इंडिगो एयरलाइंस के सुरक्षा असिस्टेंट मैनेजर धीरज कुमार ने तुरंत पटना एयरपोर्ट थाना को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को हिरासत में ले लिया। पुलिस पूछताछ में मोहम्मद राशिद कारतूस के संबंध में संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। उसने कोई वैध हथियार लाइसेंस भी प्रस्तुत नहीं किया और यह भी स्पष्ट नहीं कर पाया कि कारतूस उसके बैग में कैसे पहुंचे। पुलिस ने प्राथमिक जांच के आधार पर आरोपी के खिलाफ भारतीय शस्त्र अधिनियम (Arms Act) की धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पटना एयरपोर्ट थाना के प्रभारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने बार-बार बयान बदले और किसी भी ठोस जानकारी से बचता रहा। इस कारण उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की गई। गौरतलब है कि पटना एयरपोर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था को तीन स्तरीय प्रणाली के तहत संचालित किया जाता है। हवाई अड्डे में प्रवेश के समय यात्रियों के सामान की पहली जांच की जाती है, उसके बाद चेक-इन के दौरान और अंत में बोर्डिंग से पहले अंतिम बार जांच होती है। बावजूद इसके, इस प्रकार की घटना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। इस घटना के बाद एयरपोर्ट पर मौजूद यात्रियों में काफी देर तक तनाव और दहशत का माहौल रहा। सुरक्षा अधिकारियों ने स्थिति को संभालते हुए यात्रियों को आश्वस्त किया और निर्धारित प्रक्रिया के तहत उड़ानों का संचालन जारी रखा गया। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं यह कोई बड़ी साजिश का हिस्सा तो नहीं था या फिर आरोपी की संलिप्तता किसी आपराधिक गतिविधि में है। फिलहाल आरोपी को जेल भेज दिया गया है और मामले की गहन जांच जारी है।
