कांग्रेस स्टार प्रचारकों की सूची में 11 सवर्ण,1 अति पिछड़ा, 3 दलित तथा 5 मुस्लिम, रंजीता रंजन-सुहासिनी,चंदन- ललन भी गायब

पटना। बिहार विधानसभा के दो सीटों कुशेश्वरस्थान तथा तारापुर में उप चुनाव हो रहे हैं। दोनों सीटों पर एनडीए की ओर से जदयू के उम्मीदवार मैदान में डटे हुए हैं। वही इस दफे महागठबंधन के दोनों प्रमुख दल राजद तथा कांग्रेस के द्वारा दोनों विधानसभा सीटों पर अपने-अपने पार्टी के उम्मीदवार खड़े किए गए हैं। 2020 के चुनाव में इन दोनों सीटों पर कुशेश्वरस्थान से कांग्रेस के उम्मीदवार मैदान में थे, वहीं तारापुर से राजद के उम्मीदवार। इस बार राजद ने दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार दिए। इसलिए कांग्रेस ने भी इन दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं। दोनों सीटों पर लोजपा (रामविलास) के उम्मीदवार भी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। कांग्रेस ने कुशेश्वरस्थान से अतिरेक कुमार तथा तारापुर से राजेश मिश्रा को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने दोनों सीटों पर हो रहे उपचुनाव में अपने स्टार प्रचारक के लिस्ट में पांच भूमिहार, तीन ब्राह्मण, दो राजपूत, एक कायस्थ, एक अति पिछड़ा, तीन दलित तथा पांच मुस्लिम को शामिल किया है।
प्रदेश कांग्रेस के कॉरिडोर में चल रहे चर्चा के मुताबिक, स्टार प्रचारकों की सूची में एक भी यादव नाम नहीं होने से ऐसी चर्चाएं चल रही है कि राजद के साथ संबंध विच्छेद होने की स्थिति में पार्टी अन्य दूसरे यादव नेताओं को तरजीह नहीं दे रही है।
जानकारी के मुताबिक पूर्व सांसद रंजीता रंजन का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल नहीं किया गया। कांग्रेस के युवा नेता चंदन यादव तथा पूर्व बिहार युवा कांग्रेस अध्यक्ष ललन यादव को भी उम्मीद थी कि स्टार प्रचारकों की सूची में उनका नाम रहेगा। मगर ऐसा हुआ नहीं। इतना ही नहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव की पुत्री सुहासिनी यादव, जो पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर उम्मीदवार भी थी, उसे भी स्टार प्रचारकों की सूची में स्थान नहीं दिया गया। ऐसे में पार्टी के अंदरखाने में स्टार प्रचारकों की सूची को लेकर गुटबाजी के कयास प्रकट किए जा रहे हैं।

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