भोजपुर में शराब तस्करी का भंडाफोड़, 7 लाख की शराब बरामद, तस्कर गिरफ्तार
भोजपुर। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बावजूद अवैध शराब तस्करी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। इसी कड़ी में भोजपुर जिले में मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शराब की एक बड़ी खेप जब्त की है। इस कार्रवाई में लगभग सात लाख रुपये मूल्य की अंग्रेजी शराब बरामद की गई है, साथ ही उत्तर प्रदेश से आए एक तस्कर को गिरफ्तार भी किया गया है। यह घटना भोजपुर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र स्थित दौलतपुर ओवरब्रिज के पास की है।
गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई
उत्पाद विभाग को यह सफलता गुप्त सूचना के आधार पर मिली। विभाग को जानकारी मिली थी कि उत्तर प्रदेश से एक बड़ी मात्रा में शराब की खेप बिहार में लाई जा रही है। इस सूचना के आधार पर उत्पाद विभाग की टीम ने सहायक आयुक्त रजनीश के नेतृत्व में दौलतपुर ओवरब्रिज के पास वाहन चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान एक दस चक्का ट्रक को रोका गया, जिसकी तलाशी लेने पर ट्रक के केबिन में छिपाकर रखी गई 2268 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद की गई।
तस्कर की पहचान और गिरफ्तारी
मौके पर ही एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जिसकी पहचान उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के शंकर नगर गांव, वार्ड संख्या 15 निवासी मनीष कुमार यादव के रूप में की गई है। पूछताछ में तस्कर ने बताया कि वह बलिया से शराब लादकर छपरा के लिए रवाना हुआ था। पकड़ी गई शराब कुल 55 कार्टून में अलग-अलग ब्रांड की है। ट्रक के केबिन में शराब को इस तरह छिपाया गया था कि वह बाहर से देखने पर नजर न आए और पुलिस की नजर से बचा रहे।
शराबबंदी कानून की खुलेआम धज्जियां
बिहार में शराबबंदी कानून के बावजूद लगातार इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि तस्कर नए-नए तरीकों से कानून को चकमा देने की कोशिश कर रहे हैं। यह मामला भी ऐसा ही है, जिसमें बड़े वाहन का इस्तेमाल कर शराब को छिपाकर राज्य में पहुंचाने की कोशिश की गई थी। लेकिन उत्पाद विभाग की सजगता और गुप्त सूचना के आधार पर यह कोशिश नाकाम हो गई।
जांच में जुटा उत्पाद विभाग
उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए तस्कर से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस अवैध शराब तस्करी के पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं। विभाग की प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि शराब की यह खेप एक संगठित गिरोह के माध्यम से लाई जा रही थी। इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है और जल्द ही बड़ी गिरफ्तारी संभव है।
कार्रवाई में शामिल अधिकारी और टीम
इस कार्रवाई में सहायक आयुक्त रजनीश के साथ सहायक अवर निरीक्षक रविंद्र कुमार यादव, रवि कुमार, मद्य निषेध सिपाही, गृहरक्षक और सैप के जवान भी मौजूद थे। सभी ने मिलकर संयोजन के साथ इस अभियान को सफल बनाया और बड़ी मात्रा में शराब की खेप को जब्त करने में सफलता पाई।
सख्त निगरानी की जरूरत
यह घटना यह भी दर्शाती है कि शराब तस्कर अब नए और चालाक तरीकों का सहारा ले रहे हैं। ऐसे में जरूरत है कि राज्य भर में ऐसे वाहनों की निगरानी और चेकिंग को और अधिक सख्त बनाया जाए ताकि शराबबंदी कानून प्रभावी तरीके से लागू रह सके। साथ ही ऐसे मामलों में शामिल लोगों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि दूसरों के लिए यह एक चेतावनी बन सके।


