प्रदेश में मौत बनकर गिरी आकाशीय बिजली, 14 की मौत, 12 झुलसे, भारी बारिश का अलर्ट

पटना। बिहार में भीषण गर्मी से बेहाल लोगों को जहां एक ओर मानसून की दस्तक से राहत की उम्मीद है, वहीं दूसरी ओर बदलते मौसम की मार ने कई परिवारों को मातम में डुबो दिया है। राज्य में सोमवार को कई जिलों में आंधी-बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं हुईं, जिनमें 14 लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य झुलस गए। मौसम विभाग ने मंगलवार को प्रदेश भर में भारी बारिश और ठनका गिरने की चेतावनी दी है।
मौसम विभाग का अलर्ट और मानसून की आहट
राज्य के सभी 38 जिलों में आज हल्की से भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने इनमें से 10 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और 28 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। आकाशीय बिजली गिरने की भी चेतावनी दी गई है। वहीं, मानसून के आगमन की संभावनाएं भी प्रबल हो गई हैं। विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटों में पूर्णिया और किशनगंज के रास्ते से राज्य में मानसून प्रवेश कर सकता है, जो आगामी दिनों में पूरे राज्य में सक्रिय हो जाएगा।
प्रदेश भर में बदला मौसम का मिजाज
सोमवार को पटना, नालंदा, सीवान, मधेपुरा, बेतिया, भागलपुर, बक्सर, औरंगाबाद और बगहा सहित कई जिलों में हल्की से तेज बारिश दर्ज की गई। पटना के कुछ इलाकों में भी सुबह हल्की बारिश हुई, जिससे उमस से राहत मिली। हालांकि, कई जिलों में तापमान अब भी 40 डिग्री के आसपास बना हुआ है। छपरा सबसे गर्म रहा, जहां का तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, बांका का तापमान सबसे कम 34.8 डिग्री रहा।
ठनका गिरने से हुईं मौतें और हादसे
सबसे अधिक त्रासदीपूर्ण घटनाएं ठनका गिरने की वजह से सामने आईं। बक्सर में चार लोगों की मौत हुई, जिनमें गंगा किनारे बैठे तीन लोग और एक ग्रामीण शामिल हैं। राजपुर थाना क्षेत्र के देवढ़िया गांव में बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गई और एक अन्य गंभीर रूप से झुलस गया। बगहा के रामनगर थाना क्षेत्र के मेघवाल मठिया गांव में आम के बाग में खेल रहे दो छात्रों की मौत हो गई, जबकि तीन बच्चे झुलस गए। भागलपुर के नाथनगर में मक्का दौनी कर रहे एक 13 वर्षीय बच्चे की ठनका गिरने से मौत हो गई। वह बारिश से मक्का को बचाने की कोशिश में था, जब हादसा हुआ। बेतिया के लौरिया थाना क्षेत्र के सुघरछाप गांव में धान की रोपाई कर लौट रहे मजदूरों पर बिजली गिर गई, जिससे एक महिला की मौत हो गई और पाँच अन्य मजदूर झुलस गए। घटना के बाद गाँव में अफरा-तफरी मच गई।
नेपाल की बारिश का असर और नदियों का उफान
नेपाल के तराई क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश का असर अब बिहार के सीमावर्ती इलाकों में देखने को मिल रहा है। बगहा में भपसा नदी अचानक उफान पर आ गई, जिससे हरनाटांड़ से दोन की ओर जाने वाले रास्ते पर पानी भर गया। कई ग्रामीण, जो बाइक से नदी पार कर रहे थे, नदी के बीच में ही फंस गए। स्थिति इतनी गंभीर थी कि वाहनों के बहने का खतरा पैदा हो गया।
मानसून के शुरुआती दिनों में सतर्कता जरूरी
हालांकि, मानसून के साथ गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन शुरुआती बारिश के साथ आंधी-तूफान और ठनका गिरने की घटनाओं से सावधान रहना जरूरी है। मौसम विभाग ने लोगों को खुले मैदानों, पेड़ों के नीचे और जलस्रोतों के पास जाने से बचने की सलाह दी है। ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। मानसून की दस्तक जहां एक ओर राहत लेकर आई है, वहीं दूसरी ओर मौत की बिजली बनकर गिरती ठनका ने कई परिवारों को उजाड़ दिया है। यह घटनाएं हमें चेताती हैं कि मौसम की मार से बचाव के लिए समय रहते जरूरी सतर्कता और तैयारी बेहद आवश्यक है। सरकार और प्रशासन की ओर से राहत एवं बचाव के कदमों के साथ-साथ जनजागरूकता भी जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से जानमाल की हानि को रोका जा सके।

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