December 4, 2025

पटना के होटल में अचानक गिरी लिफ्ट, चार लोग घायल, बुजुर्ग की हालत गंभीर

पटना। राजधानी पटना में शुक्रवार देर रात एक होटल में आयोजित समारोह के दौरान बड़ा हादसा हो गया। शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के एजी कॉलोनी स्थित एरिस होटल में लिफ्ट अचानक गिर गई, जिससे अफरातफरी मच गई। इस घटना में चार लोग घायल हुए हैं, जिनमें एक बुजुर्ग की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना ने होटल की सुरक्षा व्यवस्था और प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कैसे हुआ हादसा
ये हादसा तब हुआ जब होटल में आयुष और अनितिका की रिंग सेरेमनी चल रही थी। समारोह देर रात तक जारी था और करीब 1:30 बजे कई मेहमान लिफ्ट का इस्तेमाल कर रहे थे। होटल की लिफ्ट में अधिकतम तीन लोगों की क्षमता थी, लेकिन अचानक कई लोग एक साथ उसमें चढ़ गए। अत्यधिक वजन के कारण लिफ्ट दबाव सहन नहीं कर सकी और दूसरे फ्लोर से नीचे की ओर गिरते हुए रुक गई। लिफ्ट गिरने के साथ ही तेज आवाज हुई, जिसने समारोह में मौजूद लोगों को डरा दिया।
घटना के तुरंत बाद की स्थिति
जैसे ही लिफ्ट गिरने की आवाज आई, होटल स्टाफ और मेहमान मौके पर दौड़ पड़े। कुछ ही मिनटों में अफरातफरी का माहौल बन गया। घायलों में 70 वर्षीय नरेश राय की स्थिति सबसे गंभीर बताई गई है। वे पहले से ही हृदय रोग से पीड़ित हैं। उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अन्य घायलों को मामूली चोटें आई हैं और प्राथमिक उपचार के बाद उनकी स्थिति स्थिर है। सूचना मिलते ही एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई। इसके बाद शास्त्रीनगर थाना पुलिस भी होटल पहुंची और प्राथमिक जांच शुरू की गई। मौके पर मौजूद दारोगा ने बताया कि यह लिफ्ट पूरी तरह नहीं गिरी, बल्कि कम वोल्टेज के कारण ‘जंप’ कर नीचे बैठ गई, जिससे लोग चोटिल हो गए। हालांकि लोग कितनी दूरी तक नीचे आए, इसे लेकर जांच जारी है।
प्रबंधन की लापरवाही पर उठे सवाल
हादसे के बाद होटल प्रबंधन की लापरवाही साफ सामने आई। तीन लोगों की क्षमता होने के बावजूद लिफ्ट में अधिक लोगों के चढ़ने पर किसी ने रोक नहीं लगाई। इससे यह पता चलता है कि समारोह के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। इस बात पर भी सवाल उठ रहे हैं कि इतनी कम क्षमता वाली लिफ्ट वाले होटल को होटल के लाइसेंस और संचालन की अनुमति कैसे मिली। क्या सुरक्षा मानकों की जांच ठीक से हुई थी? इस तरह के सवाल अब पुलिस जांच के दायरे में आए हैं। स्थानीय लोगों और मेहमानों का कहना है कि होटल प्रबंधन को अतिथियों की सुरक्षा के लिए सतर्क रहना चाहिए था। खासकर समारोहों में जहां भीड़ अधिक होती है, वहां सुरक्षा उपायों का पालन और भी जरूरी हो जाता है।
पुलिस की जांच जारी
घटना के बाद पुलिस ने लिफ्ट की तकनीकी स्थिति, होटल की लाइसेंसिंग प्रक्रिया और प्रबंधन की लापरवाही जैसे बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है। जांच अधिकारी यह भी पता लगा रहे हैं कि लिफ्ट की सर्विसिंग कब हुई थी और क्या होटल के पास इसके सुरक्षित संचालन प्रमाणपत्र उपलब्ध हैं या नहीं। दारोगा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में कम वोल्टेज की बात सामने आई है, लेकिन इसकी पुष्टि तकनीकी विशेषज्ञों की टीम करेगी। होटल प्रबंधन से पूछताछ शुरू हो चुकी है और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई तय है।
घटना से लोगों में दहशत
लिफ्ट गिरने की इस घटना ने होटल में मौजूद लोगों को बुरी तरह डरा दिया। समारोह में आए मेहमानों का कहना था कि तेज आवाज सुनकर उन्हें लगा जैसे कोई बड़ी दुर्घटना हो गई हो। कई लोगों ने होटल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नाराजगी जताई। कुछ मेहमानों ने कहा कि अगर लिफ्ट पूरी तरह नीचे गिर जाती तो हादसा गंभीर रूप ले सकता था। इस तरह की घटनाओं से शहर के अन्य होटलों और व्यावसायिक स्थलों की सुरक्षा को भी लेकर चिंता बढ़ गई है। लोगों का कहना है कि प्रशासन को ऐसे होटलों की नियमित जांच करनी चाहिए।
सुरक्षा मानकों पर फिर से उठी बहस
होटल, मॉल और ऊँची इमारतों में लिफ्ट का उपयोग आम बात है। लेकिन सुरक्षा मानकों में थोड़ी सी भी चूक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। इस घटना ने एक बार फिर लिफ्ट सुरक्षा पर बहस को जन्म दे दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि क्षमता से अधिक भार लिफ्ट के लिए सबसे बड़ा खतरा होता है। इसके अलावा नियमित सर्विसिंग, प्रमाणित तकनीशियनों द्वारा निरीक्षण और लिफ्ट ओवरलोड अलार्म जैसे उपकरण भी अनिवार्य होने चाहिए। पटना के एरिस होटल में हुई लिफ्ट दुर्घटना ने सुरक्षा प्रबंधन की खामियों को उजागर कर दिया है। इस घटना में भले ही बड़ी जनहानि नहीं हुई, लेकिन यह संकेत देती है कि सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना कितना आवश्यक है। पुलिस की जांच से यह स्पष्ट होगा कि हादसा तकनीकी खराबी का परिणाम था या प्रबंधन की लापरवाही का। फिलहाल, घायल बुजुर्ग की हालत चिंता का विषय बनी हुई है और लोग इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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