पटना में सीएम नीतीश 715 उर्दू अनुवादकों को दिया नियुक्ति पत्र, कहा- खाली पदों पर जल्द होगी बहाली
पटना। शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में 715 सहायक उर्दू अनुवादकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कुछ अनुवादकों को प्रतीकात्मक रूप से नियुक्ति पत्र सौंपे, जबकि शेष अभ्यर्थियों को उनके संबंधित जिलों में नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। इस आयोजन के दौरान कुल 50 सहायक उर्दू अनुवादकों को मुख्यमंत्री की उपस्थिति में नियुक्ति पत्र मिले। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और सभी उपस्थित अभ्यर्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि बड़ी संख्या में सहायक उर्दू अनुवादकों की नियुक्ति की जा रही है। उन्होंने बताया कि उर्दू अनुवादकों की यह बहाली उर्दू निदेशालय के अंतर्गत की गई है, जो मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अधीन कार्य करता है। इन अनुवादकों की तैनाती जिला, अनुमंडल और प्रखंड स्तर पर होगी, जहां वे उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार और सरकारी दस्तावेजों के अनुवाद में अपनी भूमिका निभाएंगे।
सहायक उर्दू अनुवादकों की संख्या में वृद्धि
नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 2005 से पहले बिहार में सहायक उर्दू अनुवादकों के केवल 449 पद थे, जो जरूरत के हिसाब से बहुत कम थे। इस स्थिति को सुधारने के लिए 2018 में सरकार ने 1,204 नए पदों को स्वीकृति दी, जिससे कुल पदों की संख्या बढ़कर 1,653 हो गई। उन्होंने बताया कि इस भर्ती प्रक्रिया के तहत अब 715 अनुवादकों को नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं, जबकि शेष पदों को जल्द ही भरा जाएगा।
उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार सरकार उर्दू भाषा के विकास और इसके प्रचार-प्रसार को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि सरकार की इस पहल का उद्देश्य उर्दू भाषा को और अधिक सशक्त बनाना है, ताकि इसका उपयोग सरकारी कामकाज में प्रभावी ढंग से हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि आगे भी आवश्यकता के अनुसार सहायक उर्दू अनुवादकों की बहाली की जाएगी।
प्रमुख अधिकारी और अतिथि
इस कार्यक्रम में शिक्षा विभाग तथा मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, उर्दू निदेशालय के निदेशक मो. परवेज आलम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। इसके अलावा, नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले सहायक उर्दू अनुवादक और उनके परिजन भी कार्यक्रम में शामिल हुए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार के विभिन्न जिलों के जिलाधिकारी, सहायक उर्दू अनुवादक और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस कार्यक्रम से जुड़े। मुख्यमंत्री ने अंत में सभी नवनियुक्त अनुवादकों को अपनी शुभकामनाएं दीं और उन्हें अपने कार्य को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ करने के लिए प्रेरित किया।


