December 3, 2025

लॉरेंस बिश्नोई का प्रमुख सहयोगी को एनआईए में किया गिरफ्तार, पूछताछ जारी

नई दिल्ली। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के नेटवर्क पर एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए गिरोह के प्रमुख सहयोगी राहुल सरकार को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पर आरोप है कि वह गैंग के सदस्यों को फर्जी पासपोर्ट बनवाकर देता था, जिससे वे अपराध के बाद देश से भागने में सफल हो जाते थे। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को नई दिल्ली स्थित पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे एनआईए की हिरासत में भेज दिया गया है। एनआईए अधिकारियों के अनुसार, राहुल सरकार लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के पासपोर्ट मॉड्यूल को संचालित कर रहा था। वह गिरोह के सदस्यों के लिए जाली दस्तावेजों के आधार पर फर्जी पासपोर्ट बनवाता था और उन्हें विदेश भागने में सहायता करता था। एनआईए की जांच में यह भी सामने आया है कि उसने 2022 में चर्चित पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मुख्य आरोपियों में से एक सचिन थापन उर्फ सचिन थापन बिश्नोई को भी इसी तरीके से फरार होने में मदद की थी। एनआईए द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि राहुल सरकार की गिरफ्तारी अगस्त 2022 में दर्ज उस मामले की जांच के तहत की गई है, जो आपराधिक गिरोहों द्वारा धन एकत्र करने, युवाओं को अपराध के लिए भर्ती करने और देश के भीतर तथा बाहर संगठित आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश से संबंधित है। इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर एनआईए लगातार जांच कर रही है। गौरतलब है कि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह पर देशभर में संगठित अपराध फैलाने, सुपारी किलिंग, फिरौती वसूली और अंतरराष्ट्रीय अपराधी नेटवर्क से संबंध रखने के गंभीर आरोप हैं। इस गिरोह से जुड़े कई सदस्य पहले ही विभिन्न राज्यों की जेलों में बंद हैं, जबकि कुछ फरार हैं और एनआईए तथा अन्य एजेंसियां उनकी तलाश में जुटी हुई हैं। राहुल सरकार की गिरफ्तारी को एनआईए ने एक बड़ी सफलता बताया है, क्योंकि इससे गिरोह की अंतरराष्ट्रीय फरारी की योजना को गहरी चोट पहुंची है। जांच एजेंसी को उम्मीद है कि राहुल से पूछताछ में गिरोह के फर्जी दस्तावेज नेटवर्क, मददगारों और विदेश में मौजूद नेटवर्क के बारे में अहम जानकारी मिल सकती है। एनआईए अधिकारियों का कहना है कि वे राहुल सरकार से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस मॉड्यूल में और कौन-कौन लोग शामिल थे, कितने पासपोर्ट बनाए गए, और किन देशों में गैंग के सदस्य भेजे गए। जांच एजेंसी के मुताबिक, इस कार्रवाई से लॉरेंस बिश्नोई गैंग की गतिविधियों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी। इस बीच, गृह मंत्रालय की निगरानी में एनआईए की कार्रवाई लगातार जारी है और एजेंसी संगठित अपराध के खिलाफ अपने अभियान को और तेज करने की तैयारी में है।

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