सीवान में भूमि सर्वेक्षण के दौरान रिश्वत लेते भूमि उपसमाहर्ता गिरफ्तार, सरकार के दावे की निकली हवा

सीवान। बिहार में कई दशकों के बाद एक ओर तेजी से भूमि सर्वे का काम चल रहा है। लेकिन राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल के दावे फेल होते नजर आ रहे हैं। मंत्री का दावा है कि वो छोटी छोटी बातों का भी वो खुद ध्यान रख रहे हैं ।वो लगातार अधिकारियों को सही ढंग से सर्वे का काम पूरा कराने का निर्देश दे रहे हैं। लेकिन सच्चाई ये है कि जमीन के सर्वे से से जुड़े अधिकारी खुल्लेयाम रिश्वत ले रहे हैं। जो रिश्वत नहीं दे रहा है उसके सर्वे में अडचनें लगा रहे हैं। जमीन के काम से जुड़े मामले में कर्मचारी, कलर्क, सीओ, डीसीएलआर समेत अन्य कर्मियों और अधिकारियों द्वारा रिश्वत लेने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। सीवान के महाराजगंज अनुमंडल के भूमि उप समाहर्ता (डीसीएलआर) को जमीन काम में रिश्वत लेने के आरोप में पटना निगरानी की टीम ने गिरफ्तार किया है। निगरानी की टीम ने भूमि उपसमाहर्ता राम रंजन सिंह के किराए के आवास पर छापामारी कर उन्हें गिरफ्तार किया है। भूमि उप समाहर्ता के आवास से 20 हजार रुपए नगद और जमीन के दस्तावेज बरामद किए गए है। आवास में मौजूद क्लर्क के हाथ से रुपए बरामद किए गए है। जमीन के काम में घुस लेने के आरोप में टीम ने भूमि उप समाहर्ता को गिरफ्तार किया है। महाराजगंज के नई बस्ती स्थित आवास पर घंटो पूछताछ के बाद भूमि उप समाहर्ता को निगरानी की टीम अपने साथ लेकर रवाना हो गई। निगरानी विभाग की टीम की अगुवाई कर रहे डिप्टी एसपी सुधीर कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि भूमि उपसमाहर्ता के आवास से उसके क्लर्क के हाथ से रुपए बरामद किए गए हैं। अभी इसकी पूछताछ की जा रही है। जांच पूर्ण हो जाने के बाद ही कुछ भी कहा जा सकेगा। वहीं बताया जा रहा है कि जमीन के काम में घुस लेने के आरोप को लेकर पटना निगरानी की टीम भूमि उप समाहर्ता के महाराजगंज स्थित आवास पर पहुंची। जहां उनके क्लर्क के हाथों से 20 हजार नगद रुपए और आवास से जमीन के दस्तावेज को बरामद किया है। इस दौरान टीम ने पहले भूमि उपसमाहर्ता को पूछताछ के लिए एक अलग कमरे में ले गई। इसके बाद टीम के सदस्य गाड़ी में बैठा कर भूमि उपसमाहर्ता को लेकर रवाना हो गई।
