मधुबनी में जमीनी विवाद में हिंसक झड़प, लाठी-डंडे से मारपीट, महिला की मौके पर मौत
मधुबनी। जिले के झंझारपुर अनुमंडल के चटनमा नवटोलिया वार्ड नंबर 11 में बुधवार की सुबह एक पुराना जमीनी विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया। मंगलवार की रात से शुरू हुई कहासुनी धीरे-धीरे इतनी बढ़ गई कि बुधवार तड़के चार बजे दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प हो गई। बताया जा रहा है कि यह विवाद काफी समय से चल रहा था और इसके कारण दोनों पक्षों के बीच तनाव बना हुआ था। छोटी-छोटी बातों पर विवाद बढ़ जाता था, लेकिन इस बार मामला इतना बिगड़ गया कि जानलेवा हमला हो गया।
लाठी-डंडे और लोहे की रॉड से हमला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बुधवार सुबह अचानक दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते लाठी-डंडे और लोहे की रॉड से हमला शुरू हो गया। इस दौरान 30 वर्षीय शोभिता देवी, पति संतोष यादव, गंभीर रूप से घायल हो गईं। हमला इतना भयंकर था कि शोभिता देवी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने बताया कि झगड़े के दौरान कई लोग हथियार और लोहे की रॉड लेकर एक-दूसरे पर टूट पड़े थे।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जांच शुरू
घटना की सूचना मिलते ही झंझारपुर थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। थाना प्रभारी आदित्य कुमार ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उन्होंने बताया कि घटनास्थल से कई अहम सबूत जुटाए गए हैं, जिनके आधार पर जांच आगे बढ़ाई जाएगी। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। थाना प्रभारी ने स्पष्ट किया कि दोषियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा और जल्द ही सभी को गिरफ्तार किया जाएगा।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
इस घटना से मृतका के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। शोभिता देवी के पति संतोष यादव बुरी तरह सदमे में हैं, वहीं उनके दो छोटे बच्चे—एक बेटा और एक बेटी—अपनी मां को खोने के बाद बेसहारा हो गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है और इस घटना ने उनके जीवन को पूरी तरह बदल दिया है। पड़ोसियों और रिश्तेदारों का कहना है कि शोभिता देवी शांत स्वभाव की महिला थीं और हमेशा विवादों से दूर रहने की कोशिश करती थीं, लेकिन परिस्थितियों ने उन्हें इस हिंसा की भेंट चढ़ा दिया।
इलाके में फैली सनसनी और भय का माहौल
घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। ग्रामीणों के बीच भय और असुरक्षा का माहौल है। लोग एक-दूसरे से बात करने से भी बच रहे हैं। गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि कोई नई घटना न घटे। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए ताकि भविष्य में कोई और ऐसी वारदात न कर सके।
डीएसपी ने दी जानकारी, जांच जारी
झंझारपुर के डीएसपी सुबोध कुमार सिंहा ने बताया कि प्रारंभिक जांच से यह मामला जमीनी विवाद का प्रतीत होता है। दोनों पक्षों के बीच झगड़ा काफी पुराने मुद्दे पर था। उन्होंने कहा कि पुलिस ने घटनास्थल से कई साक्ष्य जुटाए हैं और मामले की गहराई से जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि किसी निर्दोष को परेशान नहीं किया जाएगा, लेकिन दोषियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
ग्रामीणों की मांग और प्रशासन की जिम्मेदारी
गांव के लोगों ने जिला प्रशासन से यह भी मांग की है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए विवादित जमीनों के मामलों में प्रशासनिक हस्तक्षेप बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि कई बार दोनों पक्षों के बीच तनाव की सूचना अधिकारियों को दी गई थी, लेकिन समय पर कदम न उठाने के कारण आज यह हादसा हुआ। ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और सुरक्षा मुहैया कराने की मांग भी की है।
संवेदनहीनता और विवाद का दुखद परिणाम
मधुबनी की यह घटना दिखाती है कि छोटे-छोटे जमीनी विवाद किस तरह सामाजिक वैमनस्य और हिंसा का कारण बन जाते हैं। आपसी समझ और प्रशासनिक हस्तक्षेप की कमी के चलते एक निर्दोष महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी। इस घटना ने एक परिवार को उजाड़ दिया और गांव में भय का माहौल बना दिया। प्रशासन के लिए यह घटना एक चेतावनी है कि ऐसे विवादों को समय रहते सुलझाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में किसी और परिवार को ऐसी त्रासदी का सामना न करना पड़े।


