लालू यादव ने पोते का किया नामकरण, इराज रखा नाम, सोशल मीडिया से की घोषणा

पटना। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने अपने पोते के नामकरण की घोषणा करते हुए फिर एक बार परिवार की खुशी को जनता से साझा किया है। लालू यादव ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें वह अपनी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी यादव, बहू राजश्री और नवजात पोते के साथ नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर के माध्यम से उन्होंने पोते का नाम ‘इराज लालू यादव’ रखने की जानकारी दी। हनुमान जी के दिन जन्म, नाम के पीछे धार्मिक भावलालू यादव ने पोते का नाम रखने के पीछे धार्मिक कारण भी बताए हैं। उन्होंने बताया कि जैसे उनकी पोती चैत्र नवरात्र के छठे दिन जन्मी थी और उसका नाम उन्होंने कात्यायनी रखा था, उसी तरह यह पोता मंगलवार को पैदा हुआ, जिसे भगवान हनुमान का दिन माना जाता है। इसी वजह से उसका नाम इराज रखा गया, जो संस्कृत का शब्द है और जिसका एक अर्थ हनुमान भी होता है। लालू यादव ने इराज शब्द के कई अर्थों की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि इराज का अर्थ केवल हनुमान ही नहीं, बल्कि यह नाम भगवान कामदेव का दूसरा नाम भी माना जाता है। इसके अलावा इराज का मतलब खुशी, फूल और जल से उत्पन्न व्यक्ति भी होता है। इस तरह यह नाम धार्मिक, सांस्कृतिक और भावनात्मक दृष्टिकोण से बेहद खास माना जा सकता है।
तेजस्वी-राजश्री की दूसरी संतान का स्वागत
मंगलवार को कोलकाता के एक निजी अस्पताल में तेजस्वी यादव और राजश्री यादव के घर दूसरी संतान का जन्म हुआ। गौरतलब है कि तेजस्वी और राजश्री की शादी 9 दिसंबर 2021 को हुई थी। इसके बाद 27 मार्च 2023 को उनके घर एक बेटी का जन्म हुआ, जिसका नाम कात्यायनी रखा गया था। अब बेटे के जन्म के साथ परिवार में एक और खुशी का अवसर आया है। लालू परिवार में पोते के आगमन से उत्सव जैसा माहौल है। सोशल मीडिया पर फैमिली वीडियो कॉल के जरिए लालू परिवार की अन्य बेटियों और रिश्तेदारों ने भी नवजात का स्वागत किया। तेजस्वी की बहन रोहिणी आचार्य समेत परिवार के अन्य सदस्यों ने बच्चे के साथ ऑनलाइन जुड़कर अपनी खुशी जाहिर की।
तेज प्रताप यादव ने भी जताई खुशी
राजनीतिक और निजी कारणों से अक्सर चर्चा में रहने वाले तेजस्वी के बड़े भाई तेज प्रताप यादव ने भी इस मौके पर प्रतिक्रिया दी। कुछ समय से वह सार्वजनिक रूप से शांत नजर आ रहे थे, लेकिन भतीजे के जन्म की खबर ने उन्हें भी भावुक कर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर भतीजे के जन्म की खुशी जाहिर की और खुद को ‘बड़े पापा’ बनने का सौभाग्य प्राप्त होने की बात कही।
सार्वजनिक जीवन और पारिवारिक भावनाओं का सुंदर संगम
लालू परिवार हमेशा से अपने पारिवारिक पलों को सार्वजनिक जीवन से जोड़कर लोगों से साझा करता आया है। इस बार भी नामकरण जैसी पारिवारिक रस्म को सोशल मीडिया के माध्यम से देश और समर्थकों के साथ साझा किया गया। इससे यह स्पष्ट होता है कि राजनेताओं का जीवन सिर्फ राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि वे भी आम परिवारों की तरह अपने निजी पलों को संजोते और मनाते हैं। लालू यादव द्वारा पोते इराज के नामकरण की घोषणा केवल एक पारिवारिक समारोह नहीं, बल्कि भावनाओं, परंपरा और आस्था का प्रतीक बन गया है। यह नाम धार्मिक महत्व से भी जुड़ा है और पूरे लालू परिवार के लिए यह समय विशेष खुशी का बन गया है। इराज के जन्म ने एक बार फिर लालू परिवार को जोड़ा है और यह पल उनके राजनीतिक जीवन से इतर एक प्यारी पारिवारिक कहानी कहता है।
