September 12, 2025

लालू यादव का पीएम मोदी पर हमला, कहा- आप जुमला सुनाने बिहार में कब आओगे

पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सत्ताधारी और विपक्षी दलों के बीच बयानबाजी का दौर लगातार जारी है। इसी क्रम में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। लालू यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से तंज कसते हुए सवाल किया कि प्रधानमंत्री बिहार में अपना चुनावी जुमला सुनाने कब आएंगे।
प्रधानमंत्री का प्रस्तावित दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर को पूर्णिया के दौरे पर आने वाले हैं। इस दौरान वे पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे और राज्य को कई विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे। उनके इस कार्यक्रम से पहले ही लालू यादव ने राजनीति का माहौल गरमाने की कोशिश की। उन्होंने अपने बयान के जरिए संकेत दिया कि केंद्र सरकार के वादे और हकीकत में काफी अंतर है।
लालू यादव की सक्रियता
लालू यादव लंबे समय से बीमारियों की वजह से सक्रिय राजनीति से दूरी बनाए हुए थे। लेकिन चुनावी मौसम नजदीक आते ही उन्होंने फिर से सोशल मीडिया के जरिए अपनी उपस्थिति दर्ज करानी शुरू कर दी है। उनके इस बयान से साफ झलकता है कि वे चुनावी जंग को शुरुआती दौर में ही धार देना चाहते हैं। उन्होंने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री से सवाल किया कि बिहार को अब तक चुनावी वादों और जुमलों के अलावा क्या हासिल हुआ।
विपक्ष की रणनीति
राजद लगातार यह आरोप लगाता रहा है कि केंद्र सरकार ने बिहार के लिए बड़े-बड़े वादे तो किए, लेकिन जमीनी स्तर पर उनका असर दिखाई नहीं देता। लालू यादव का यह बयान विपक्ष के लिए एक राजनीतिक हथियार साबित हो सकता है। इससे विपक्षी खेमे को प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के दौरान और उसके बाद जनता के बीच सवाल खड़े करने का मौका मिलेगा।
सत्तारूढ़ दल की प्रतिक्रिया
दूसरी ओर भाजपा का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार को कई महत्वपूर्ण योजनाओं और परियोजनाओं की सौगात मिली है। पार्टी का मानना है कि आगामी दौरे में भी राज्य को विकास की नई सौगातें मिलेंगी। भाजपा के लिए प्रधानमंत्री का यह दौरा एक बड़ा राजनीतिक अवसर है, जिसे वे जनता के बीच भुनाने की कोशिश करेंगे।
सोशल मीडिया पर बढ़ती सियासी जंग
बिहार की राजनीति अब सोशल मीडिया के मंच पर भी सजीव हो गई है। नेता एक-दूसरे पर तंज कसने और अपनी बात जनता तक पहुंचाने के लिए इस मंच का उपयोग कर रहे हैं। लालू यादव का यह बयान भी सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आया, जिसने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। यह स्पष्ट है कि सोशल मीडिया आने वाले चुनाव में राजनीतिक प्रचार का अहम जरिया बनने वाला है।
चुनावी रणनीति और माहौल
15 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी का बिहार आगमन सत्तारूढ़ दल के लिए चुनावी तैयारी का हिस्सा माना जा रहा है। वहीं, विपक्ष इस मौके को चुनावी जुमलों से जोड़कर जनता के बीच सवाल उठाने की रणनीति अपना रहा है। लालू यादव का तंज इस रणनीति का शुरुआती संकेत है। उनके बयान से यह भी साफ है कि विपक्ष आने वाले समय में केंद्र सरकार को हर मुद्दे पर घेरने की कोशिश करेगा।
बढ़ती राजनीतिक तीव्रता
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, नेताओं की बयानबाजी और तीखी होती जा रही है। लालू यादव का यह बयान केवल प्रधानमंत्री मोदी पर तंज नहीं है, बल्कि यह बिहार की चुनावी राजनीति में आक्रामक तेवरों की शुरुआत भी है। इससे साफ है कि आने वाले दिनों में राजनीतिक माहौल और गरमाएगा। लालू यादव का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर यह हमला चुनावी जंग के शुरुआती संकेतों में से एक है। विपक्ष जनता के बीच यह संदेश देना चाहता है कि वादे और जुमले काफी हुए, अब बिहार को वास्तविक विकास चाहिए। वहीं, भाजपा प्रधानमंत्री के दौरे को विकास कार्यों से जोड़कर प्रस्तुत करना चाहती है। अब देखना यह होगा कि पूर्णिया दौरे के बाद राजनीतिक तापमान और कितना बढ़ता है और दोनों दल अपनी रणनीतियों से जनता को कितना प्रभावित कर पाते हैं।

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