मोदी पर बरसे लालू, कहा- पीएम जरुरी मुद्दे छोड़, सिर्फ पाकिस्तान और हिंदू मुसलमान की बात कर रहे

पटना। लोकसभा चुनाव 2024 के दो चरण संपन्न हो चुके हैं। तीसरे चरण के लिए सभी राजनैतिक दलों का प्रचार अभियान चरम पर है। चुनाव प्रचार और जनसभाओं में एक दूसरे पर आरोपों की झड़ी लगाई जी रही है। नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा सरीखे बड़े नेताओं की अप्रैल महीने में धुआंधार रैलियां हुईं। बीजेपी नेताओं के निशाने पर लालू प्रसाद यादव और राहुल गांधी रहे। पीएम ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवारवाद, भ्रष्टाचार और जंगलराज पर जमकर वार किया। बिहार सीएम नीतीश कुमार ने लालू यादव के बेटे बेटियों की संख्या गिनवाकर राजनैतिक पारा हाई कर दिया। इस बीच लालू यादव ने नरेंद्र मोदी पर फिर बड़ा हमला किया है। पीएम के हिंदू होने पर सवाल उठाने वाले राजद चीफ लालू यादव ने नरेंद्र मोदी को हिंदी का पाठ पढ़ाया है। लालू ने इशारों में पीएम पर देश में हिंदू-मुसलमान कराने का आरोप लगाया है। शुक्रवार की सुबह राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिंदी भाषा की शब्दावली का पाठ पढ़ाया। सोशल मीडिया मंच एक्स पर जारी बयान में उन्होंने बताया कि हिंदी भाषा में आज लगभग 1.5 लाख शब्द बताये जाते हैं तथा अध्ययन की सभी शाखाओं में तकनीकी शब्दों को मिलाकर लगभग 6.5 लाख शब्द हैं। लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पसंदीदा, सबसे शब्द हैं:- पाकिस्तान,श्मशान, क़ब्रिस्तान,हिन्दू-मुसलमान, मंदिर-मस्जिद,मछली-मुगल, मंगलसूत्र,गाय-भैंस। पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए लालू ने कहा कि ऊपर की लिस्ट पहले दो चरणों के चुनाव होने तक की है। सातवे चरण तक इस लिस्ट में कुछ दो चार नाम और बढ़ सकते हैं। राजद चीफ ने व्यंग करते हुए कहा कि कि प्रधानमंत्री नौकरी-रोजगार,गरीबी- किसानी, महंगाई-बेरोजगारी, विकास-निवेश,छात्र-विज्ञान-नौजवान इत्यादि मुद्दे भूल गए है। इससे पहले गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के मुंह से मुद्दे यानि नौकरी, रोजगार, अमन भाईचारे की बात सुनना संभव नहीं है। तेजस्वी यादव ने कहा कि चार चीजें असंभव है। इनमें सूरज का पश्चिम से उगना, रेगिस्तान में मछली पकड़ना, आसमान में पेड़ लगाना और मोदी जी के मुँह से मुद्दे यानि नौकरी, रोजगार, प्रेम अमन व भाईचारे की बात सुनना।
