भारत बंद में नहीं दिखे लालू के दोनों लाल : महागठबंधन के नेताओं ने किया विशाल प्रदर्शन, जगदानंद ने बंद को बताया ऐतिहासिक रूप से सफल रहा

पटना। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह के नेतृत्व में किसानों के भारत बंद के समर्थन में राजद तथा महागठबंधन के सैकड़ों नेताओं का जत्था पटना के बुद्धा स्मृति पार्क से विशाल प्रदर्शन करते हुए पटना के विभिन्न मार्गोंं से होता हुआ डाकबंगला चौराहा पर पहुंचा। इस दौरान सभी नेता और कार्यकर्ता तीनों कृषि काला कानून की वापसी की मांग तथा कार्पाेरेट घराने के इशारे पर चलने वाली सरकार के खिलाफ गगनचुंबी नारे लगाते हुए चल रहे थे। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि भारत बंद के इस जुलूस में राजद सुप्रीमो लालू यादव के दोनों लाल विधायक तेजप्रताप यादव और नेता प्रतिपक्ष नजर नहीं आए।
इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह ने कहा कि किसान पिछले दस माह से सड़कों पर बैठे हुए है, लेकिन भाजपा सरकार इनकी बातों को सुन नहीं रही है। आज कार्पोरेट घराने के माध्यम से देश के सभी परिसंम्पतियों को बेचा जा रहा है और देश के हितों के साथ खिलवाड़ हो रहा है। हद तो यह कि अब अन्नदाता के खेत और खलिहान को भी अडानी और अंबानी के हाथों बेचने का काला कानून लाकर इसके माध्यम से बेचने की तैयारी चल रही है। आज भारत बंद में बिहार के किसान, दुकानदार, मजदूर, छात्र, नौजवान और सभी बस और टेम्पू चालकों ने बंदी में साथ दिया, यह ऐतिहासिक रूप से सफल रहा। साथ ही केन्द्र सरकार को चेतावनी दी है कि अविलंब काला कानून को वापस ले अन्यथा सड़क से लेकर सदन तक निरंतर आंदोलन चलता रहेगा।
इस बंद में राजद नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी, जयप्रकाश नारायण यादव, श्याम रजक, भोला यादव, आलोक कुमार मेहता, पूर्व मंत्री शिवचन्द्र राम, डॉ. दाउद अली अंसारी, जावेद इकबाल अंसारी, भाई विरेन्द्र, विधायक रीतलाल यादव, युसुफ सलाउद्दीन, एजाज अहमद, मृत्युजंय तिवारी, सारिका पासवान, प्रशांत कुमार मंडल सहित सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल थे।

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