लालू यादव ने छठ महापर्व की दी शुभकामनाएं, पैर छूने को लेकर सीएम नीतीश पर किया हमला

  • राजद सुप्रीमो बोले- ये कोई नई बात नहीं, ये सब करना उनकी पुरानी आदत

पटना। मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव अपनी बेटी मीसा भारती के साथ पटना की सड़कों पर निकले। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए लालू प्रसाद यादव ने छठ महापर्व को लेकर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ महापर्व हमारी संस्कृति और धरोहर है यह अनेकता में एकता का पर्व है, आप सबके माध्यम से हम पूरे बिहार के लोगों को छठ महापर्व की बधाई देते हैं। छठ पूजा के पहले दिन पूजा-पाठ के लिए दुल्हिन बाजार स्थित उलार सूर्य मंदिर जा रहे हैं। उनके साथ उनकी बड़ी बेटी मीसा भारती भी नजर आईं। सूर्य मंदिर में दर्शन के बाद मीसा भारती के संसदीय क्षेत्र का दौरा भी किया।
लालू यादव का सीएम नीतीश कुमार पर व्यंग्य
पत्रकारों ने लालू यादव से बातचीत के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैर छूने की आदत पर भी सवाल किया। हाल ही में, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं, जिनमें वह विभिन्न स्थानों पर लोगों के पैर छूते दिखे हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लालू यादव ने कहा, “यह उनकी पुरानी आदत है। वे हर जगह जाकर पैर छू रहे हैं। क्या कहिएगा!” लालू ने नीतीश के इस व्यवहार को उनकी एक खासियत बताते हुए हल्के अंदाज में इस पर तंज कसा, जिससे लोगों के बीच चर्चा का विषय बना।
छठ महापर्व में लालू परिवार की भागीदारी
लालू प्रसाद यादव और उनका परिवार पहले वर्षों से छठ महापर्व को बड़ी श्रद्धा और आस्था के साथ मनाता आया है। लेकिन कुछ सालों से लालू की सेहत ठीक न होने के कारण उनके आवास पर छठ का आयोजन नहीं हो पा रहा है। फिर भी लालू यादव इस पर्व के अवसर पर पटना की सड़कों पर उतरते हैं और छठ महापर्व का हिस्सा बनने की कोशिश करते हैं। लालू यादव छठ के दौरान पटना के इनकम टैक्स फल मंडी से रथ पर सवार होकर फलों की खरीदारी करते हैं और वहां आए लोगों से मिलते हैं। इस साल भी मंगलवार को पटना की सड़कों पर निकलकर उन्होंने लोगों से बातचीत की और उन्हें छठ पर्व की बधाई दी। छठ महापर्व में लालू यादव की भागीदारी उनके समर्थकों और प्रदेश के लोगों को यह संदेश देती है कि भले ही वह स्वास्थ्य कारणों से छठ पर्व अपने आवास पर न मना सकें, फिर भी वह अपनी संस्कृति और परंपराओं से गहरे जुड़े हुए हैं।
उलार सूर्य मंदिर में पूजा का विशेष महत्व
लालू यादव इस साल उलार सूर्य मंदिर में पूजा करने गए। यह मंदिर पालीगंज अनुमंडल के दुल्हिन बाजार से लगभग तीन किलोमीटर दूर दक्षिण में स्थित है। धार्मिक दृष्टिकोण से उलार सूर्य मंदिर देश के प्रमुख अर्क स्थलों में गिना जाता है। ओडिशा के कोणार्क और बिहार के देव सूर्य मंदिर के बाद यह उलार्क स्थल तीसरा सबसे बड़ा अर्क स्थल माना जाता है। उलार सूर्य मंदिर की मान्यता है कि यहाँ संतान प्राप्ति और रोगों से मुक्ति पाने के लिए लोग भगवान भास्कर (सूर्य) की पूजा करते हैं। इस मंदिर से जुड़ी कथा भगवान कृष्ण के पुत्र साम्ब से जुड़ी है, जो कुष्ठ रोग से पीड़ित थे और सूर्य की तपस्या से उन्हें रोगमुक्ति प्राप्त हुई थी। इस मंदिर की मान्यता है कि संतान सुख की कामना और रोग मुक्ति की इच्छा रखने वाले लोग यहाँ आकर पूजा करते हैं।
छठ महापर्व का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
छठ महापर्व बिहार का प्रमुख पर्व है जो श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। यह पर्व सूर्योपासना का प्रतीक है और समाज में एकता और सद्भाव का संदेश देता है। श्रद्धालु इस दिन सूर्य देवता को अर्घ्य अर्पित करते हैं और उनसे संतान सुख, स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना करते हैं। छठ महापर्व में व्रती उपासना करते हैं, जिसमें पहले दिन ‘नहाय-खाय’, दूसरे दिन ‘खरना’ और तीसरे दिन ‘संध्या अर्घ्य’ के बाद चौथे दिन ‘प्रातः अर्घ्य’ के साथ यह पर्व समाप्त होता है। लालू यादव द्वारा छठ महापर्व पर जनता को शुभकामनाएं देना और उलार सूर्य मंदिर में पूजा करने जाना इस बात का प्रतीक है कि यह पर्व सभी समुदायों और राजनीतिक मतभेदों के परे एक धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव है। छठ महापर्व का यह आयोजन समाज के सभी वर्गों के लिए एक अनूठा उदाहरण पेश करता है, जहाँ सभी लोग एक ही उद्देश्य से एकत्र होते हैं और अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं। छठ महापर्व के अवसर पर लालू यादव की यह यात्रा उनके सांस्कृतिक जुड़ाव और धार्मिक आस्था का प्रतीक है। उन्होंने प्रदेशवासियों को छठ पर्व की बधाई देते हुए यह दिखाया कि भले ही शारीरिक रूप से वह अब पहले जैसे सक्रिय न हो सकें, लेकिन उनकी आस्था और लोगों से जुड़ाव आज भी बरकरार है।
नीतीश ने पूर्व सांसद के पैर छुए
चित्रगुप्त पूजा पर सीएम नीतीश कुमार पटना सिटी के चित्रगुप्त मंदिर पहुंचे थे। इस मौके पर राज्यसभा के पूर्व सांसद आरके सिन्हा ने नीतीश कुमार को मंच पर बुलाकर उनका स्वागत किया। आरके सिन्हा ने कहा कि ‘मंदिर निर्माण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बहुत सहयोग रहा है।’ यह सुनकर नीतीश कुमार तुरंत उनके पास पहुंचे और आरके सिन्हा का पैर छूने लगे। इस दौरान आरके सिन्हा उनको रोकते दिखे थे।

 

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