November 20, 2025

लालू का केंद्र पर हमला, पूछा- पहलगाम के आतंकी क्यों नहीं पकड़े गए, ट्रंप के कहने पर सीजफायर क्यों हुआ

पटना। 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर राष्ट्रीय राजनीति में एक बार फिर हलचल देखने को मिली है। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हुई थी, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया था। घटना के दो महीने बीत जाने के बाद अब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इस मुद्दे को सोशल मीडिया के जरिए उठाया और केंद्र से सीधे सवाल पूछे हैं।
लालू ने पूछा- आतंकी अब तक क्यों नहीं पकड़े गए?
लालू यादव ने सरकार से पूछा है कि पहलगाम में हमला करने वाले आतंकियों को अब तक क्यों नहीं पकड़ा जा सका है। उन्होंने यह सवाल उठाते हुए केंद्र की आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई को लेकर गंभीर संदेह जताया। उनका कहना है कि इतने बड़े हमले के बाद भी आतंकियों की गिरफ्तारी नहीं होना सरकार की नाकामी को दिखाता है।
सीजफायर पर भी जताई आपत्ति
लालू यादव ने इस हमले के बाद हुए सीजफायर पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि आखिर भारत ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कहने पर पाकिस्तान के साथ सीजफायर क्यों किया? क्या हमारी विदेश नीति अब विदेशियों के निर्देशों पर चलती है? उन्होंने यह भी पूछा कि इस फैसले का जवाब कौन देगा और इसकी जवाबदेही तय क्यों नहीं हो रही है।
सोशल मीडिया पर साझा की गई विवादित तस्वीर
अपने आरोपों के समर्थन में लालू यादव ने एक एनिमेटेड तस्वीर भी शेयर की है, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं और उनकी गोद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठे हैं। तस्वीर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी बैठे हुए दिखाए गए हैं। इस तस्वीर पर लिखा है – “Lotus के आका Potus”, जिससे यह संकेत देने की कोशिश की गई है कि भारत सरकार अब अमेरिका के इशारों पर काम कर रही है। इस तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी बहस भी शुरू हो गई है।
ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर का संदर्भ
गौरतलब है कि हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर नामक सैन्य अभियान शुरू किया था, जिसमें भारतीय सेना ने आतंकियों के खिलाफ पाकिस्तान में घुसकर कार्रवाई की थी। चार दिनों तक चले इस अभियान में कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया और कई आतंकवादी मारे गए। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता हुई और युद्धविराम की घोषणा कर दी गई। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद सोशल मीडिया पर बताया था कि उनकी मध्यस्थता से यह वार्ता संभव हो पाई।
राजनीतिक हलकों में बयान का असर
लालू यादव का यह बयान ऐसे समय में आया है जब बिहार सहित देश भर में आगामी चुनावों की चर्चा जोरों पर है। उनके इस हमले को विपक्ष की रणनीतिक चाल माना जा रहा है, जिसके जरिए वे केंद्र की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति पर सवाल उठा रहे हैं। यह भी साफ है कि लालू यादव इस तरह के बयानों से आगामी चुनावी समीकरणों को प्रभावित करना चाहते हैं।
सरकार की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं
लालू यादव के इन सवालों और पोस्ट पर अब तक केंद्र सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुद्दा आने वाले दिनों में संसद और चुनावी मंचों पर गूंज सकता है। पहलगाम हमले को लेकर लालू यादव के सवाल और केंद्र सरकार पर उनका हमला सिर्फ सुरक्षा नीति पर चिंता नहीं जताते, बल्कि यह चुनावी माहौल में सत्ता पक्ष की नीतियों की विश्वसनीयता पर भी सीधा सवाल खड़ा करते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इन सवालों का क्या जवाब देती है और आगे इस मुद्दे का राजनीतिक इस्तेमाल किस रूप में होता है।

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