मुंबई में विपक्षी बैठक से पहले सिध्दीविनायक दर्शन करने पहुंचे लालू यादव, तेजस्वी भी साथ रहे मौजूद

मुंबई। विपक्षी दलों के महागठबंधन आईएनडीआईए की तीसरी बैठक में शामिल होने के लिए मुंबई पहुंचे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार को सिद्धिविनायक मंदिर में मत्था टेका। इस दौरान, लालू यादव के साथ उनके बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी साथ थे। लालू और तेजस्वी दोनों ही अपने हाथ जोड़कर भगवान के समक्ष प्रार्थना करते हुए दिखाई दिए। इससे पहले महागठबंधन की बैठक को लेकर विभिन्न दलों के मुंबई पहुंचने का क्रम जारी रहा। इसके साथ ही बयानबाजी भी होती रही। महागठबंधन आईएनडीआईए के नामकरण के बाद से ही इसके संयोजक और प्रधानमंत्री पद की दावेदारी को लेकर सवाल उठते रहे हैं। गुरुवार को भी बैठक से ठीक पहले इन सवालों के जवाब तलाशे जाने लगे थे। मीडिया ने करीब-करीब सभी नेताओं की प्रतिक्रिया ली। कुछ दलों के नेताओं ने बयान देकर अपने नेताओं का नाम आगे भी बढ़ाया था। हालांकि, कोई एक नाम बैठक के बाद ही तय होने की बात कही गई। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वैसे तो कई मौकों पर कह चुके हैं कि उन्हें आईएनडीआईए का संयोजक नहीं बनना है। ना ही उनकी प्रधानमंत्री बनने की कोई मंशा है। इस बात को नीतीश ने बैठक से एक दिन पहले बुधवार को भी दोहराया था। उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए साफ कहा था कि हमें किसी पद की लालसा नहीं है।इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए यह भी कहा था कि लोकसभा चुनाव समय से पहले कराए जा सकते हैं। उन्होंने कई और पार्टियों के आईएनडीआईए में शामिल होने के संकेत भी दिए थे।
तेजस्वी यादव ने भी बोला हमला
इधर, गुरुवार सुबह बैठक से पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने विपक्ष पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों से लड़ना है। इसके लिए ही हम एकसाथ आए हैं। उन्होंने कहा कि जनता चाहती थी कि हम गठबंधन को बनाने का काम करें। उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी से महागठबंधन आईएनडीआईए का प्रधानमंत्री कहीं अधिक ईमानदार होगा।

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