October 28, 2025

सीट शेयरिंग को लेकर लालू यादव और राहुल गांधी में फोन पर हुई बातचीत, दिल्ली जाएंगे तेजस्वी, जल्द होगी आधिकारिक घोषणा

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का माहौल धीरे-धीरे अपने चरम पर पहुंचता जा रहा है। नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही राजनीतिक दलों में सीट बंटवारे को लेकर रणनीति तेज हो गई है। इसी क्रम में महागठबंधन के दो प्रमुख दलों—राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस—के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर चल रही चर्चा अब राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गई है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच हुई फोन पर बातचीत ने राजनीतिक हलचल को और बढ़ा दिया है।
सीट बंटवारे पर लालू-राहुल की फोन वार्ता
सूत्रों के अनुसार, लालू यादव और राहुल गांधी के बीच यह बातचीत काफी लंबी चली, जिसमें दोनों नेताओं ने सीट शेयरिंग फॉर्मूले, उम्मीदवारों के चयन और संयुक्त प्रचार अभियान को लेकर विस्तार से चर्चा की। यह वार्ता ऐसे समय में हुई है जब महागठबंधन के भीतर सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान तेज है। बताया जा रहा है कि इस बातचीत के बाद अब तेजस्वी यादव जल्द ही दिल्ली का रुख करेंगे, जहां वे कांग्रेस नेतृत्व के साथ आमने-सामने बैठक कर सीट बंटवारे पर अंतिम निर्णय लेंगे।
आरजेडी और कांग्रेस के बीच मतभेद
महागठबंधन के दो प्रमुख घटकों—आरजेडी और कांग्रेस—के बीच सीटों की संख्या को लेकर मतभेद की स्थिति बनी हुई है। आरजेडी का मानना है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में उसके प्रदर्शन को देखते हुए इस बार उसे अधिक सीटें मिलनी चाहिए। वहीं कांग्रेस का तर्क है कि उसका राज्यव्यापी जनाधार और संगठनात्मक उपस्थिति उसे ज्यादा हिस्सेदारी दिलाने योग्य बनाता है। कांग्रेस चाहती है कि पिछली बार से अधिक सीटों पर उसे मौका मिले, ताकि वह अपनी राजनीतिक जमीन को मजबूत कर सके।
दिल्ली में होने वाली अहम बैठक
राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि तेजस्वी यादव की प्रस्तावित दिल्ली यात्रा चुनावी समीकरणों में बड़ा बदलाव ला सकती है। माना जा रहा है कि दिल्ली में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक के दौरान सीटों का अंतिम फार्मूला तय किया जाएगा। साथ ही, संयुक्त चुनाव प्रचार अभियान की रूपरेखा और प्रमुख रैलियों का कार्यक्रम भी तय हो सकता है। यदि दोनों दलों के बीच सहमति बन जाती है, तो महागठबंधन जल्द ही संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकता है।
पटना में आरजेडी की आपात बैठक
इधर, पटना में तेजस्वी यादव ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक आपात बैठक बुलाई है। इस बैठक में सीट बंटवारे, उम्मीदवारों के चयन और पहले चरण के नामांकन की रणनीति पर चर्चा की जा रही है। बताया जा रहा है कि तेजस्वी की स्वीकृति के बाद ही उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा। आरजेडी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि जिन सीटों पर उसका जनाधार मजबूत है, वहां से पार्टी के प्रत्याशी ही चुनाव मैदान में उतरें।
एनडीए में भी मंथन जारी
महागठबंधन के समानांतर, एनडीए गठबंधन में भी सीट बंटवारे पर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है। भाजपा, लोजपा (रामविलास) और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति मोर्चा (आरएलएम) के बीच अब तक सहमति नहीं बन पाई है। भाजपा ने पहले दावा किया था कि सीट बंटवारे का ऐलान जल्द किया जाएगा, लेकिन आरएलएम प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर स्पष्ट किया कि बातचीत अभी जारी है। इससे संकेत मिलता है कि एनडीए के भीतर भी समीकरण पूरी तरह से तय नहीं हुए हैं।
महागठबंधन को नई दिशा देने की कोशिश
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि लालू यादव और राहुल गांधी की यह बातचीत महागठबंधन को नई दिशा दे सकती है। लंबे समय से चली आ रही असहमति को दूर कर यदि दोनों दल किसी समझौते पर पहुंचते हैं, तो विपक्ष के लिए यह एक बड़ी राहत होगी। साथ ही, महागठबंधन की एकजुटता का संदेश मतदाताओं तक जाएगा, जो चुनाव परिणामों को प्रभावित कर सकता है।
अंदरूनी मतभेदों को सुलझाने में लगे लालू यादव
बिहार की सियासत इस समय पूरी तरह से सीट शेयरिंग की गणनाओं पर टिकी है। जहां एक ओर लालू और राहुल की बातचीत से महागठबंधन में नई ऊर्जा आने की संभावना है, वहीं दूसरी ओर एनडीए भी अपने अंदरूनी मतभेदों को सुलझाने की कोशिश में लगा है। आने वाले कुछ दिन बिहार की राजनीति के लिए बेहद निर्णायक साबित हो सकते हैं। अगर तेजस्वी यादव की दिल्ली यात्रा सफल रहती है, तो महागठबंधन जल्द ही एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतर सकता है, जिससे बिहार का चुनावी मुकाबला और अधिक दिलचस्प हो जाएगा।

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