PATNA : नवनिर्वाचित मुखिया की हत्या के विरोध में कुशवाहा महासभा ने निकाला कैंडल मार्च, कानून व्यवस्था को बताया लचर

पटना। बिहार में कुशवाहा समाज से आनेवाले जनप्रतिनिधियों की निरंतर हत्या के विरोध में अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा के द्वारा राजधानी पटना में गुरुवार को कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रवीण सिंह कुशवाहा ने बिहार सरकार की लचर कानून व्यवस्था को इन सब के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि विगत दस दिनों के भीतर पटना में नीरज मुखिया समेत दो कुशवाहा नवनिर्वाचित मुखिया और एक वार्ड सदस्य की निर्मम कर दी गई है। नामजद आरोपित होने के बावजूद पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसी के विरोध में कैंडल मार्च निकाला गया है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष शंकर मेहता ने अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। महासभा के युवा अध्यक्ष अमन कुशवाहा ने कहा कि कुशवाहा समाज के जनप्रतिनिधियों को केंद्रित कर हत्याओं के सिलसिला पर विराम नहीं लगा तो महासभा बड़ा आंदोलन करेगी। वहीं राष्ट्रीय सचिव नरेश कुमार ने हत्या के लिए बेलगाम कानून व्यवस्था को जिम्मेदार बताया। कैंडल मार्च में संतोष मेहता, चंद्रदीप प्रसाद, विजय महतो, प्रवीण कुमार, कुणाल सिंकद, अजित कुशवाहा, उत्तम मेहता, लक्ष्मन मेहता, विवेकानंद सहित दर्जनों लोग शामिल हुए।
