कुंदन कृष्णण बनाए गए पुलिस मुख्यालय के एडीजी, सात आईपीएस अधिकारियों का हुआ ट्रांसफर
पटना। बिहार सरकार ने मंगलवार को पुलिस प्रशासन में व्यापक फेरबदल करते हुए सात आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया। इन बदलावों में सबसे प्रमुख नाम कुंदन कृष्णण का है, जिन्हें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय का अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) बनाया गया है। गृह विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक, यह तबादले राज्य में कानून व्यवस्था और प्रशासनिक मजबूती के उद्देश्य से किए गए हैं। कुंदन कृष्णण, जो केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे, अब बिहार पुलिस मुख्यालय में अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) के पद पर कार्यभार संभालेंगे। उनकी नियुक्ति को राज्य की पुलिस व्यवस्था में सुधार और प्रशासनिक स्थिरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। गृह विभाग ने कुंदन कृष्णण की नियुक्ति के साथ ही जितेंद्र सिंह गंगवार को मुख्यालय के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया है। पंकज दरार को उन्हें अपर पुलिस महानिदेशक (विधि व्यवस्था) के पद पर तैनात किया गया है। यह जिम्मेदारी राज्य की कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अहम मानी जा रही है। संजय सिंह को उन्हें अपर पुलिस महानिदेशक (ट्रेनिंग) का पदभार दिया गया है। उनका काम पुलिस कर्मियों के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को और प्रभावी बनाना होगा। शालीन को 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी शालीन को पुलिस महानिरीक्षक (आतंकवाद निरोधक दस्ता) के पद पर तैनात किया गया है। यह कदम आतंकवाद से निपटने के लिए राज्य की रणनीतिक तैयारियों को मजबूत करने का प्रयास है। विवेक कुमार को उन्हें पुलिस उप-महानिरीक्षक (भागलपुर) का पदभार सौंपा गया है। यह क्षेत्र पुलिस व्यवस्था और कानून-व्यवस्था के लिहाज से महत्वपूर्ण है। विवेकानंद भागलपुर के डीआईजी विवेकानंद को बिहार एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) का पुलिस उप-महानिरीक्षक बनाया गया है। बिहार सरकार के इन तबादलों को प्रशासनिक सुधार और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। गृह विभाग ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि प्रमुख पदों पर अनुभवी और योग्य अधिकारियों की तैनाती हो। खासकर कुंदन कृष्णण की नियुक्ति को राज्य की पुलिस व्यवस्था में पेशेवर नेतृत्व प्रदान करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। कानून-व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए उच्च पदस्थ अधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। शालीन और विवेकानंद जैसे अधिकारियों की तैनाती से आतंकवाद से निपटने की क्षमता को मजबूत किया जा रहा है। संजय सिंह को ट्रेनिंग के लिए तैनात कर पुलिस बल को अत्याधुनिक प्रशिक्षण देने पर जोर दिया गया है। कुंदन कृष्णण एक वरिष्ठ और अनुभवी आईपीएस अधिकारी हैं। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रहते हुए उन्होंने कई अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं। उनकी नियुक्ति से राज्य पुलिस मुख्यालय में प्रशासनिक नेतृत्व को नई दिशा मिलने की उम्मीद है। उनकी विशेषज्ञता और अनुभव राज्य में कानून व्यवस्था को और मजबूत करने में सहायक साबित हो सकते हैं। राज्य में बढ़ती सामरिक चुनौतियों को देखते हुए आतंकवाद निरोधक दस्ता में विवेकानंद और शालीन जैसे अधिकारियों की नियुक्ति को अहम माना जा रहा है। इन अधिकारियों को सुरक्षा के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने और चुनौतियों से निपटने की जिम्मेदारी दी गई है। बिहार सरकार द्वारा किए गए ये तबादले राज्य में प्रशासनिक सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। कुंदन कृष्णण की नियुक्ति और अन्य अधिकारियों की तैनाती से राज्य की कानून व्यवस्था और सामरिक तैयारियों में सुधार की उम्मीद है। इन बदलावों के माध्यम से सरकार ने यह संदेश दिया है कि सुरक्षा और कानून व्यवस्था उसकी प्राथमिकता है। अब देखना यह होगा कि यह नई टीम राज्य की पुलिस व्यवस्था को किस हद तक प्रभावी बना पाती है।


