बीजेपी नेताओं को जान से मारने का था प्लान, भाजपा समर्थकों पर हुए लाठीचार्ज पर बोले BJP सांसद मनोज तिवारी

पटना। पटना में हुए लाठीचार्ज पर भाजपा सांसद व भोजपुरी सुपरस्टार मनोज तिवारी ने बड़ा बयान दिया है। बता दे की पटना में हुए लाठीचार्ज की जांच केंद्रीय टीम द्वारा पूरी हो गई है। उन्होंने जांच उपरांत कहा की हमारे ऊपर यह पत्थरबाज़ी व मिर्ची पाउडर का गलत आरोप लगा रहे हैं। उनका अपराध ज्यादा दिख रहा है। हालांकि, मिर्ची पाउडर भी पुलिस की ओर से भेजी गई थी। उन्होंने आगे कहा की हमारी टीम ने अस्पतालों में जाकर घायलों से और ग्राउंड पर रहने वाले प्रत्यक्षदर्शियों से बात की है। वही लोगों ने हमें बहुत सारे वीडियो दिखाए हैं। ग्राउंड पर रहने वाले लोगों ने कहा है कि हमारा नाम मत बताइएगा। सभी वीडियो घरों से और बालकनी से सूट किया हुआ है। ऐसी स्थिति में हमारा यही निष्कर्ष निकलता है कि यह प्री प्लानड अटैक था। मनोज ने आगे कहा की 13 जुलाई को जो बर्बरतापूर्ण घटना हुई है। उसके जांच के लिये हाई लेवल कमेटी बनाई गई है। इस जांच की रिपोर्ट हमें देनी है। हम सुबह ही पटना आ गए हैं। सुबह 10 बजे से जांच में जुटे हुए हैं। हमने अपने आने की सूचना पहले ही दे दी थी। वही इस मामले में जो ऑफिसर दोषी हैं, हमने उनके डिपार्टमेंट के लोगों को भी बुलाया था। लेकिन, अफसोस की बात यह है कि एक भी ऑफिसर नहीं आए। पूरी समीक्षा करने में यह निकल रहा है कि ये पहले से तैयारी थी कि इन लोगों को घेर कर मारना है। तिवारी ने आगे कहा की वाटर कैनन, लाठीचार्ज और आंसू गैस का गोला। यह सब तीनों एक साथ करने की क्या आवश्यकता थी। ये तीनों अलग-अलग विधि है। राजनीतिक आंदोलनों को निपटने के लिए अगर बहुत उग्र कोई हो गया तो उसका मैन्युअल बना हुआ है। इसे पुलिस मैन्युअल बोलते हैं। इसमें कमर के नीचे मारना होता है। लेकिन हर चोट कमर के ऊपर क्या बल्कि सर के ऊपर है। ऐसी स्थिति में हम अपनी रिपोर्ट दे रहे हैं।
नेताओं को जान से मारने का था प्लान
यह पूरी घटना प्री प्लानड और ऐसा लगता है कि पहले से सोच समझ के नेताओं को जान से मारने के लिए किया गया है। वही इस मामले की जांच में दूसरे पक्ष आए ही नहीं हैं। अब नहीं आये हैं तो जो ज्यूडिशियल इनक्वायरी की मांग है कि उसको पूरा करना होगा।
