जमुई में जमीनी विवाद में बच्चे का अपहरण, तीन अपराधियों ने उठाया, काली थैली में रखा बम

जमुई। बिहार के जमुई जिले में जमीन विवाद ने भयावह रूप धारण कर लिया है। सिकंदरा थाना क्षेत्र के शिवड़ीह मुसहरी गांव में एक चौदह वर्षीय बालक का अपहरण कर लिया गया। इस खौफनाक घटना ने पूरे इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। साथ ही अपराधियों ने परिवार को धमकाने के लिए उनके घर में बम रखकर स्थिति को और गंभीर बना दिया। 19 नवंबर को शिवड़ीह मुसहरी गांव में तीन नकाबपोश अपराधियों ने चौदह वर्षीय बालक सिंटू को जबरन उठाकर अपने साथ ले गए। अपहरण के दौरान अपराधियों ने बालक की मां काशी देवी को धमकी दी और उनके घर में दो काले रंग की प्लास्टिक की थैलियों में बम रख दिए। अपराधियों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि पुलिस को सूचना दी गई, तो वे बम से पूरे परिवार को उड़ा देंगे। घटना के बाद पीड़ित परिवार में दहशत फैल गई। सूचना मिलने पर सिकंदरा थाना प्रभारी मिंटू सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए बम निरोधक दस्ते को बुलाया, जिन्होंने बमों को सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय कर दिया। पुलिस ने घटनास्थल पर छानबीन की और बमों को जब्त कर लिया। मामले की गहनता से जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह मामला जमीन विवाद से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। पुलिस के अनुसार, अपहरणकर्ताओं ने बालक के परिवार को डराने और अपने पक्ष में झुकाने के लिए यह कदम उठाया हो सकता है। अपहरण के पीछे जमीन विवाद का पहलू एक महत्वपूर्ण कारण हो सकता है। पुलिस का दावा है कि अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और बालक को सुरक्षित बरामद किया जाएगा। बिहार के ग्रामीण इलाकों में जमीन विवाद लंबे समय से हिंसा और अपराध का मुख्य कारण रहा है। इस मामले में भी ऐसा ही प्रतीत होता है। जमीन से जुड़े विवादों में अक्सर पारिवारिक झगड़े और आपसी दुश्मनी खतरनाक मोड़ ले लेती हैं। बालक के अपहरण और धमकी के बाद पीड़ित परिवार पूरी तरह से भयभीत है। इस घटना ने न केवल परिवार, बल्कि पूरे गांव में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। बच्चा अब तक बरामद नहीं हुआ है, जिससे परिवार चिंता और तनाव में है। गांव के अन्य परिवार भी इस घटना से डर गए हैं और उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता हो रही है। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन को सतर्क रहना होगा। विवादों को स्थानीय स्तर पर सुलझाने के लिए पंचायत और प्रशासन को सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। पुलिस को अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़कर कड़ी सजा दिलाने की प्रक्रिया तेज करनी चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में जमीन विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाने चाहिए। जमुई जिले की यह घटना बिहार में बढ़ते जमीन विवाद और उससे जुड़े अपराधों का एक गंभीर उदाहरण है। बालक सिंटू का अपहरण और बम धमकी ने न केवल उसके परिवार को, बल्कि पूरे गांव को असुरक्षित महसूस कराया है। पुलिस और प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करते हुए बालक को सुरक्षित बरामद करने और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। साथ ही, ऐसे विवादों को सुलझाने के लिए दीर्घकालिक समाधान की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
