शेखपुरा में कावड़ियों की बस की पेड़ से टक्कर, ओवरटेक में हादसा, 40 से ज्यादा श्रद्धालु घायल

शेखपुरा। बिहार के शेखपुरा जिले से एक दुखद हादसे की खबर सामने आई है। बुधवार को बाबा बैद्यनाथ धाम से जल चढ़ाकर लौट रहे कावड़ियों की बस सड़क हादसे का शिकार हो गई। हादसा इतना भयानक था कि इसमें बस में सवार 40 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हो गए। यह हादसा शेखपुरा जिले के बगहिया गांव के पास हुआ, जब बस ओवरटेक करने की कोशिश में एक पेड़ से जा टकराई।
ओवरटेक की जल्दबाजी बनी हादसे की वजह
जानकारी के अनुसार, बस में सवार सभी श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ धाम में जल चढ़ाने के बाद राजगीर कुंड स्नान के लिए लौट रहे थे। रास्ते में एक पिकअप वाहन ने बस को ओवरटेक करने की कोशिश की। इसी दौरान बस चालक ने नियंत्रण खो दिया और बस सड़क किनारे लगे तार के पेड़ से जा भिड़ी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस में बैठे सभी लोग इधर-उधर गिर पड़े और कई लोगों को गंभीर चोटें आईं।
स्थानीय लोगों ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
हादसे की सूचना मिलते ही कुसुंभा थाना पुलिस, डायल 112 की टीम, यातायात पुलिस और स्थानीय ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने मिलकर घायलों को बस से बाहर निकाला और पास के शेखपुरा सदर अस्पताल पहुंचाया। हादसे के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। बड़ी संख्या में घायलों के आने से अस्पताल प्रशासन को तुरंत विशेष इंतजाम करने पड़े।
अस्पताल प्रशासन ने किया तत्काल इलाज का इंतजाम
अस्पताल प्रबंधक धीरज कुमार ने स्थिति को देखते हुए तुरंत लू वार्ड, वृद्धा वार्ड और बड़े वार्ड को खुलवाया और डॉक्टरों को घायलों के इलाज में लगा दिया। घायल लोगों में अधिकतर गोपालगंज जिले के माझागढ़ थाना क्षेत्र के मिश्रौलिया और शेख परसा गांव के रहने वाले हैं। घायलों में लाल नारायण साह, इंद्र कुमार पासवान, धर्मजीत साहू, विक्रम प्रसाद, सोमनाथ यादव, संतोष श्रीवास्तव, रंजीत, अर्जुन प्रसाद, भारत प्रसाद, जयराम यादव, मिथिलेश कुमार, उपेंद्र प्रसाद, सुनील कुशवाहा और म्यूजिक कुमार समेत कई नाम शामिल हैं।
डॉक्टरों ने दी घायलों के ठीक होने की जानकारी
अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि सभी घायलों का इलाज जारी है और फिलहाल किसी की हालत गंभीर नहीं है। डॉक्टरों की टीम लगातार घायलों की निगरानी कर रही है और उन्हें हर संभव इलाज दिया जा रहा है। कई श्रद्धालु ऐसे भी हैं जिन्हें मामूली चोटें आई हैं और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है।
ग्रामीणों ने दिखाई मानवता की मिसाल
हादसे के बाद जिस तरह से स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, वह मानवता की मिसाल है। घटना स्थल पर ग्रामीणों ने घायलों को पानी पिलाया, उन्हें ढांढस बंधाया और एंबुलेंस की व्यवस्था में मदद की।
बार-बार हो रहे हैं ओवरटेक के हादसे
गौरतलब है कि इस तरह के हादसे ओवरटेक की जल्दबाजी के कारण अक्सर होते हैं। खासकर तीर्थयात्रियों या कावड़ियों के जत्थों को लेकर चलने वाली बसें कई बार निर्धारित गति सीमा से ज्यादा तेज चलती हैं। वहीं, सड़क पर दूसरे वाहन चालकों की लापरवाही भी हादसों को न्योता देती है। ऐसे में यह जरूरी है कि ड्राइवरों को समय-समय पर यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया जाए ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
प्रशासन ने शुरू की जांच
इस हादसे के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। यातायात थाना अध्यक्ष एसके शाह ने बताया कि पिकअप वाहन चालक की तलाश की जा रही है। साथ ही बस चालक से भी पूछताछ की जा रही है कि आखिर उसने ओवरटेक करने की कोशिश क्यों की।
श्रद्धालुओं को राहत, आगे के सफर पर संशय
इस हादसे के बाद घायल कावड़ियों के परिजन भी अस्पताल पहुंच रहे हैं। फिलहाल सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है, लेकिन हादसे के बाद कावड़ियों के आगे के सफर पर संशय बना हुआ है। प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया गया है।
सड़क सुरक्षा पर फिर सवाल
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर गया है। सरकार और प्रशासन को ऐसे हादसों से सबक लेकर ओवरटेक पर सख्त निगरानी रखनी होगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और लोगों की जान सुरक्षित रह सके।
