September 18, 2025

इस्तीफा देने के बाद पूर्व मंत्री कार्तिक सिंह की प्रतिक्रिया, कहा- मेरा मंत्री बनना भाजपा को पच नहीं रहा था, न्यायालय जो फैसला देगी वह स्वीकार होगा

  • भाजपा नहीं चाहती कि भूमिहार समाज का व्यक्ति राजद से जुड़े, इस कारण लगातार हो रहा था मीडिया ट्रायल : कार्तिक सिंह

पटना। बिहार सरकार के पूर्व गन्ना उद्योग मंत्री कार्तिक सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों को हम पच नहीं रहे थे। भूमिहार समाज से आरजेडी में मंत्री होना उनको अच्छा नहीं लग रहा था इसलिए मीडिया ट्रायल कर रहे थे। हम पर तरह तरह के आरोप लगा रहे थे। वहीं कार्तिक सिंह ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि विपक्ष और भाजपा के दबाव में यह इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि अपनी पार्टी, सरकार, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव का चेहरा बदनाम ना हो इसके लिए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है। हालांकि कार्तिक सिंह ने कहा कि न्यायालय पर उन्हें भरोसा है और न्यायालय से न्याय मिलने के बाद फिर पार्टी जो निर्णय लेगी वह स्वीकार होगा। मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कार्तिक सिंह ने कहा कि मेरा इतिहास देख लीजिए, मेरे बाबा स्वतंत्रता सेनानी थे। मेरे पिता जी हाई स्कूल के शिक्षक थे। मैं 28 साल तक सरकारी शिक्षक रहा। हमलोग जमीन से जुड़े हुए लोग हैं। मुझे विधायक अनंत सिंह के साथ जोड़कर देखा जाता है तो वो 17 साल से मोकामा से विधायक रहे। मेरा भी घर मोकामा है। आज तक मेरे ऊपर कोई केस दर्ज नहीं हुआ। 2015 में सिर्फ एक केस में मेरा नाम जोड़ा गया जब मेरा नाम एफआईआर में नहीं है। दरअसल विवादों में घिरने के बाद कार्तिक़ सिंह को बुधवार को कानून मंत्री पद से हटाकर गन्ना विभाग दिया गया, लेकिन बिहार सरकार के मंत्री कार्तिक सिंह ने बुधवार देर शाम मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। कार्तिक कुमार ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंपा। मुख्यमंत्री ने उनका इस्तीफा स्वीकार करते हुए राज्यपाल फागू चौहान को अपनी अनुशंसा भेज दी। कार्तिक कुमार अब राज्य मंत्री परिषद के सदस्य नहीं रहे। कार्तिक कुमार के त्यागपत्र के साथ ही गन्ना उद्योग विभाग का अतिरिक्त प्रभार राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता को दिया गया है।

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