प्रदेश में काल बना वज्रपात, 6 जिलों में 7 की मौत, मुख्यमंत्री ने मुआवजे का किया ऐलान

पटना। बिहार में मानसून के सक्रिय होते ही वज्रपात की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हो रही है। बीते रविवार शाम से लेकर सोमवार तक राज्य के छह जिलों में बिजली गिरने से सात लोगों की मौत हो गई। इन घटनाओं ने प्रभावित परिवारों को गहरे शोक में डाल दिया है। वज्रपात से हुई इन मौतों में औरंगाबाद और बक्सर के दो-दो लोगों की जान गई, जबकि भोजपुर, रोहतास, भागलपुर और दरभंगा जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन घटनाओं पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति सहानुभूति जताई है। उन्होंने तत्काल मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के इस कठिन समय में सरकार पूरी तरह से प्रभावित परिवारों के साथ है। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम में सावधानी बरतें और वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए निर्देशों का पालन करें। इस दुखद घटनाक्रम में दरभंगा जिले का एक मामला बेहद हृदयविदारक है, जहां भारी बारिश के बीच बगीचे में आम तोड़ने गए एक युवक की वज्रपात से मौत हो गई। मृतक की पहचान समधीनियां गांव के निवासी मनोज साह (33) के रूप में हुई है। मनोज अपने तीन साथियों के साथ बगीचे में आम तोड़ने गया था, जब अचानक बारिश होने लगी। बारिश से बचने के लिए सभी लोग बगीचे के बीच स्थित एक झोपड़ी में चले गए। लेकिन अचानक झोपड़ी पर बिजली गिर गई, जिससे सभी बेहोश हो गए। स्थानीय लोग जब वहां पहुंचे, तो उन्होंने सभी को बेहोशी की हालत में रेफरल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मनोज साह को मृत घोषित कर दिया। बाकी तीन लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। एक अन्य दुखद घटना पूर्वी चंपारण के मेहसी प्रखंड के राजेपुर गांव में हुई, जहां 13 वर्षीय भोला कुमार की वज्रपात से मौत हो गई। भोला बारिश के दौरान अपने दरवाजे पर स्नान कर रहा था, तभी अचानक बिजली गिरने से उसकी जान चली गई। मुजफ्फरपुर के बरियारपुर थाने के बेरुआडीह गांव में भी एक और दर्दनाक घटना घटी। यहां 16 वर्षीय राजीव कुमार, जो बारिश के दौरान आम के पेड़ के नीचे खड़ा था, वज्रपात की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। इस घटना ने उसके परिवार और गांव वालों को गहरे सदमे में डाल दिया है। वज्रपात के इन लगातार मामलों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में डर और चिंता का माहौल बना दिया है। वज्रपात से होने वाली मौतों को रोकने के लिए राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग लगातार लोगों को सतर्क रहने और सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं। वज्रपात के दौरान घरों में रहने, पेड़ों और खुले स्थानों से दूर रहने, और सुरक्षित स्थानों की तलाश करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। बिहार में मानसून के आते ही हर साल इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं, लेकिन इस बार वज्रपात की घटनाओं ने लोगों को विशेष रूप से सतर्क रहने की जरूरत को उजागर किया है। सरकार द्वारा राहत और मुआवजे की घोषणा के बावजूद, इन घटनाओं में जान गंवाने वालों के परिवारों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री की अपील के साथ ही राज्य के विभिन्न जिलों में प्रशासन ने लोगों को सावधान रहने और मौसम की चेतावनियों पर ध्यान देने का आग्रह किया है, ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
