ज्ञातव्य है कि उक्त महिला अधिकारी की मौत अस्पताल की डॉक्टर तथा प्रबंधन की लापरवाही के चलते हुई। परिजनों के बार-बार अनुरोध के बावजूद डॉक्टर ने मरीज पर ध्यान नहीं दिया और वह दर्द एवं तकलीफ से कराहती रही। उल्टे अस्पताल प्रबंधन ने मृतका काजल के भाई डक्टर मनीष कुमार के साथ बदतमीजी की और अपने सुरक्षा गार्डों व बाउंसरों से उनकी पिटाई करवाई। इस मामले के सुर्खियों में आने के बाद कई संगठनों ने अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई करने की मांग की।परिजनों तथा संगठनों ने मृतका को न्याय दिलाने के लिए कमर कस ली है। उन्होंने कहा कि जब तक अस्पताल पर कानून कारवाई नहीं होती तब तक न्याय के लिए जंग जारी रहेगी।