September 11, 2025

न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं मृतका हाईकोर्ट कर्मी के परिजन, बड़े अस्पताल के समक्ष प्रशासन नतमस्तक!

पटना।राजधानी पटना के बोरिंग रोड स्थित ज्योति पुंज हॉस्पिटल में पिछले 14 जुलाई को हाई कोर्ट की एक कर्मी काजल मिलन के प्रसव के दौरान मौत हो गई थी।जिसको लेकर उनके परिजनों ने श्रीकृष्णा पुरी थाना में मामला दर्ज कराया है। मामला अस्पताल में इलाज के दौरान हुई लापरवाही के बाद हुई मौत का है। इस संबंध में मृतका काजल मिलन के भाई मिनेश मिलन ने मामला दर्ज कराया है।मिनेश मिलन ने कहा कि इतने बड़े अस्पताल के सामने पुलिस प्रशासन एकदम से पंगु बन गई है।उन्होंने कहा कि न्याय के लिए वह लगातार संघर्ष कर रहे हैं। राज्य के बड़े अफसर तथा राजनेताओं से भी उन्होंने इस मामले में इंसानियत के आधार पर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।उन्होंने कहा कि पिछले दो माह से न्याय के लिए संघर्ष करते हुए उन्होंने महसूस किया कि राज्य में बड़े निजी अस्पताल के सामने पूरी सिस्टम हाथ जोड़ नतमस्तक हो जाती है।इस संबंध में जब तफ्तीश की गई।तब जानकारी मिली की ज्योतिपुंज अस्पताल राजधानी पटना के बेहद हाई-फाई अस्पतालों में से एक है।इसलिए पुलिस इस संबंध में बेहद दबाव में काम कर रही है। क्योंकि मृतिका काजल मिलन हाईकोर्ट की कर्मी थी।इसलिए एफआईआर भी ले लिया गया।अन्यथा कोई और होता तो थाने में एफआईआर दर्ज करने में भी काफी मुश्किलें आती। उल्लेखनीय है कि इससे घटना के बाद निजि अस्पताल में हुई काजल की मौत के सवाल पर जिलाधिकारी, पटना के समक्ष प्रदर्शन भी किया गया था।
ज्ञातव्य है कि उक्त महिला अधिकारी की मौत अस्पताल की डॉक्टर तथा प्रबंधन की लापरवाही के चलते हुई। परिजनों के बार-बार अनुरोध के बावजूद डॉक्टर ने मरीज पर ध्यान नहीं दिया और वह दर्द एवं तकलीफ से कराहती रही। उल्टे अस्पताल प्रबंधन ने मृतका काजल के भाई डक्टर मनीष कुमार के साथ बदतमीजी की और अपने सुरक्षा गार्डों व बाउंसरों से उनकी पिटाई करवाई। इस मामले के सुर्खियों में आने के बाद कई संगठनों ने अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई करने की मांग की।परिजनों तथा संगठनों ने मृतका को न्याय दिलाने के लिए कमर कस ली है। उन्होंने कहा कि जब तक अस्पताल पर कानून कारवाई नहीं होती तब तक न्याय के लिए जंग जारी रहेगी।

You may have missed