मंत्री बने नीरज को संगठन की सेवा का मिला फल, नीतीश कुमार हैं राजनीतिक गुरु

पटना। नीतीश कैबिनेट में एमएलसी नीरज कुमार को जगह मिली है। जदयू के प्रवक्ता पद पर आसीन नीरज कुमार को रविवार को नीतीश सरकार में सूचना एवं जनसपंर्क विभाग की बड़ी जिम्मेवारी दी गई है। संगठन की बातों को मजबूती से लोगों के बीच पहुंचाने और विरोधियों को करारा जवाब देने के लिए नीरज कुमार खास तौर पर जाने जाते हैं। चाहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव हों या मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह, हर किसी को ये बखूबी जवाब देना जानते हैं। इन्होंने ही तेजस्वी यादव को ट्विटर ब्वॉय, तो अनंत सिंह को ‘पुदीना सिंह’ का नाम दिया है। संगठन की सेवा का फल इन्हें मंत्री के रूप में मिला है।
छात्र जीवन से ही राजनीतिक गतिविधियों में रहे एक्टिव: पटना के मोकामा में 9 जनवरी,1967 को जन्म लेने वाले नीरज कुमार छात्र जीवन से ही राजनीतिक गतिविधि में एक्टिव रहे हैं। वे छात्रों की प्रॉब्लम को विश्वविद्यालय एवं अन्य फोरम पर जबरदस्त ढंग से उठाते रहे थे। इतने पर ही नहीं रुकते थे, बल्कि समाधान भी कराते थे।
2008 में पहली बार बने एमएलसी: नीरज कुमार वर्ष 2008 में पहली बार एमएलसी बने। वे पटना स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से जदयू प्रत्याशी के तौर पर विधान पार्षद के रूप में निर्वाचित हुए थे। इसके बाद पार्टी के प्रवक्ता की भूमिका में वे आ गए। पार्टी की नीतियों को मीडिया एवं आमजनों के बीच पहुंचाने का काम कर रहे हैं। इसके साथ ही जदयू के राज्य एवं जिला स्तरीय संगठनात्मक ईकाइयों के गठन एवं संचालन में सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं। वर्तमान में भी ये एमएलसी हैं।
अनंत सिंह का ‘गुरुर’ तोड़ ललन को दिलाई जीत: नीरज के मुताबिक वो राजनीति की शुरूआत से ही जेडीयू से जुड़े हैं और नीतीश कुमार ही उनके राजनीतिक गुरु हैं। कहा जा रहा है कि नीरज कुमार को मुंगेर लोकसभा से जेडीयू प्रत्याशी को मिली जीत का ईनाम मिला है। मुंगेर सीट से जेडीयू द्वारा ललन सिंह को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद नीरज ने उनकी जीत सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई। भूमिहार बाहुल्य मोकामा से आने वाले नीरज को अनंत सिंह का प्रतिद्वंदी बताया जाता है। ललन को टिकट मिलने के बाद इलाके के भूमिहारों को लामबंद करने का जिम्मा ललन के साथ-साथ नीरज के कंधों पर भी था। यही कारण है कि अनंत सिंह को खुली चुनौती देते हुए नीरज ने उनके ही गांव यानी लदमा में चुनावी सभा कराई थी। लोकसभा चुनाव के दौरान नीरज मोकामा में ही आखिर तक कैंप किए रहे और टाल जैसे इलाके में भी वोटरों को ललन के पाले में करने में कामयाब रहे। मुंगेर सीट से ललन को मिली बंपर जीत के बाद ही ये चर्चा था कि नीरज की किसी न किसी रूप में ताजपोशी होगी, जिसे सीएम नीतीश ने अपने मंत्रिमंडल में शामिल कर किया। नीरज से जब मंत्रिमंडल में शामिल होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं ऐसी पार्टी से जुड़ा हूं जिसके मुखिया पार्टी के हर सिपाही और समाज के हर तबके का ख्याल रखता है। लोकसभा चुनाव में मिली सफलता से कार्यकर्ता गौरवान्वित हैं और ये सभी लोगों के स्नेह का परिणाम है।

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