मध्य प्रदेश के चुनावी मैदान में उतरी जदयू, कांग्रेस से सहयोग न मिलने पर उम्मीदवार उतारने का किया ऐलान

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जहां एक और विपक्षी एकता की बात करती है वहीं अब मध्य प्रदेश के चुनाव में इंडिया गठबंधन की कलई खुलती नजर आ रही है। दरअसल मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में जदयू ने अकेले ही अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है जिसके बाद कांग्रेस और जदयू में तनातनी होना तय माना जा रहा है। जेडीयू ने मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से पांच सीट देने की मांग की थी। कांग्रेस ने जब कोई नोटिस नहीं लिया तो जनता दल यूनाइटेड ने अपने दम पर मध्य प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ने  का एलान कर दिया है। जेडीयू ने मध्य प्रदेश में पांच उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। अभी और उम्मीदवार घोषित किये जायेंगे। जेडीयू के महासचिव अफाक अहमद खान ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पांच उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इसमें पिछौर से चंद्रपाल यादव, राजनगर से रामकुंवर रेकवार, विजयराघव से शिवनारायण सोनी, थांडला से टोल सिंह भूरिया और पेटलावाड़ से रामेश्वर सिंहवार का नाम शामिल है। जेडीयू के महासचिव अफाक अहमद खान ने कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर उनकी पार्टी की बातचीत कांग्रेस से चल रही थी। लेकिन सीटों का तालमेल नहीं हो पाया। ऐसे में पार्टी ने अपने बूते चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। अफाक अहमद खान ने कहा कि अभी पहली सूची जारी की गयी है, जेडीयू कम से कम 15 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। उन्होंने दावा कि इन सीटों पर जेडीयू की स्थिति मजबूत है। इससे पहले मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी का तालमेल कांग्रेस से नहीं हो पाया था। हालांकि मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी का एक विधायक है। सपा वहां कांग्रेस से 6 सीटें मांग रही थी। कांग्रेस ने शुरूआती बातचीत के बाद सपा के लिए सीट छोड़ने से इंकार कर दिया। इससे नाराज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को सबक सिखा देने का एलान कर दिया था।

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