पटना से इंटर का छात्र लापता, छह दिन बाद भी सुराग नहीं, परिवार को अनहोनी की आशंका

पटना। पूर्णिया जिले का एक इंटर का छात्र पटना से रहस्यमय तरीके से लापता हो गया है। छात्र की गुमशुदगी को छह दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। घटना से पूरे परिवार में चिंता का माहौल है। परिजनों को अनहोनी की आशंका सता रही है। लापता छात्र की पहचान पूर्णिया जिले के सहायक खजांची थाना क्षेत्र के शारदा नगर निवासी दिनेश कुमार दास के 17 वर्षीय बेटे ऋषभ कुमार के रूप में हुई है।
पटना डॉक्यूमेंट लाने की बात कहकर निकला था ऋषभ
परिवार वालों के अनुसार ऋषभ पटना में रहकर इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था। वह एक साल से पटना में रहकर ‘विद्या क्लासेस’ से पढ़ाई कर रहा था। लेकिन स्वास्थ्य खराब होने के चलते एक महीने पहले वह पूर्णिया लौट आया था और वहीं से पढ़ाई कर रहा था। 26 जून की देर रात उसने घरवालों को यह कहकर घर छोड़ा कि उसे पटना जाकर जरूरी डॉक्यूमेंट लाने हैं। रात करीब एक बजे वह टोटो से पूर्णिया कोर्ट की ओर गया और वहां से कोसी एक्सप्रेस ट्रेन से पटना के लिए रवाना हो गया।
27 जून को अंतिम बार हुई थी बात
ऋषभ की मां नंदनी देवी ने बताया कि 27 जून रविवार को दोपहर करीब दो बजे उनकी बेटे से आखिरी बार बातचीत हुई थी। इसके बाद से उसका मोबाइल फोन स्विच ऑफ बताने लगा और तब से अब तक उसका कुछ भी पता नहीं चल सका है। परिजनों ने पहले खुद उसे खोजने का प्रयास किया। पटना पहुंचकर उन्होंने कृष्णापुरी सेक्टर 24, राजीव नगर हवेली मैरेज, बुद्धा रिसोर्ट जैसे लोकेशनों पर जाकर उसकी खोज की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
28 जून को थाने में दी गई शिकायत
ऋषभ की तलाश में थक-हारकर परिजन 28 जून को संबंधित थाने पहुंचे और उसकी गुमशुदगी की लिखित शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद से वे लगातार पुलिस की मदद से उसकी तलाश में जुटे हैं, लेकिन छह दिन बीतने के बावजूद पुलिस को अभी तक कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सकी है। परिजन प्रशासन से बार-बार गुहार लगा रहे हैं कि वे उनके बेटे को जल्द से जल्द सकुशल वापस लाएं।
परिजनों की हालत खराब, प्रशासन से मदद की अपील
ऋषभ के माता-पिता की हालत बेहद खराब है। मां नंदनी देवी और पिता दिनेश दास का रो-रोकर बुरा हाल है। घर में सन्नाटा पसरा है और परिजनों को अनहोनी की आशंका लगातार सता रही है। परिजनों का कहना है कि यदि पुलिस ने समय रहते तेजी दिखाई होती, तो शायद अब तक कोई सुराग मिल चुका होता। उन्होंने जिला प्रशासन और विशेष रूप से पूर्णिया की एसपी स्वीटी सहरावत से निवेदन किया है कि इस मामले को प्राथमिकता देते हुए छात्र की सकुशल बरामदगी सुनिश्चित की जाए।
बढ़ते गुमशुदगी के मामलों पर चिंता
पूर्णिया जिले में बच्चों के गुमशुदगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जो चिंता का विषय है। ऐसे में पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। सरकार कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर है और किसी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस संदर्भ में राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन को इस प्रकार के मामलों पर तुरंत और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई और परिवार इस पीड़ा से न गुजरे।
