दियारा क्षेत्र के समेकित विकास के लिए किया गया है प्रावधान : प्रो. रणबीर
Patna: Villagers of Nakta Diyara use a boat to shift to a safe place, in Patna, Saturday, Aug. 14, 2021. (PTI Photo) (PTI08_14_2021_000037B)
- पटना सिटी से राघोपुर दियारा और काला दियारा को पुल कनेक्टिविटी की योजना पर चल रहा काम
पटना। बिहार में बाढ़ पर राजनीति तेज है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजी का दौर जारी है। इस बीच जदयू के पूर्व विधान पार्षद व प्रवक्ता प्रो. रणबीर नंदन ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि दियारा क्षेत्र की राजनीति करने वालों ने कभी भी इन इलाकों पर ध्यान नहीं दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही नदियों की धार के बीच में बसे लोगों तक विकास की धारा पहुंचाने का कार्य किया है। बाढ़ जैसी प्राकृतिक विपदा से जूझने के लिए सरकारी स्तर से लगातार प्रभावित इलाकों में इंतजाम बेहतर किए जा रहे हैं। 16 साल पहले के दियारा पर गौर करें तो कच्ची सड़कें और अंधेरा ही उनके भाग्य में था। मुख्यमंत्री ने हर दियारा क्षेत्र तक बिजली की रोशनी पहुंचाने का कार्य किया।
प्रो. नंदन ने कहा कि दियारावासियों की सबसे बड़ी समस्या कनेक्टिविटी की होती है। इसके लिए दियारा क्षेत्रों को जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। पिछले 16 साल में दियारा का कोई कोई गांव संपर्क सूत्र से छूटा नहीं है। दियारा क्षेत्र में बने गांवों को एक दूसरे से कनेक्ट करने के लिए लगातार काम किया गया है। गंगा नदी में दियारा कनेक्टिविटी को बनाने पर जोर दिया गया है। पटना सिटी से राघोपुर दियारा और बख्तियारपुर के काला दियारा को पुल कनेक्टिविटी की योजना पर काम चल रहा है।
प्रो. नंदन ने कहा कि प्रदेश के दियारा क्षेत्र के समेकित विकास के लिए पहली बार मुख्यमंत्री के स्तर से बजटीय प्रावधान किया गया। प्रदेश के 30 जिलों में बहने वाली नदियों में दियारा क्षेत्र बना हुआ है। इन क्षेत्रों को विकास की गति से जोड़ने के लिए वर्ष 2018-19 में मुख्यमंत्री के स्तर पर दियारा क्षेत्र विकास योजना बनाई गई। इसके तहत 1243.72 करोड़ की योजना के क्रियान्वयन को स्वीकृति दी गई। योजनाओं पर लगातार काम चल रहा है।


