INS विक्रांत की सुरक्षा में सेंध मामला : एनआईए ने बिहार से दो लोगों को किया गिरफ्तार, पूछताछ जारी
पटना। देश के पहले स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में बड़ी खबर सामने आ रही है और यह बिहार से जुड़ा हुआ है। आईएनएस विक्रांत से कुछ कम्प्यूटर हार्डवेयर चुराने के मामले में बिहार से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को आईएनएस विक्रांत की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले दो लोगों को बिहार से गिरफ्तार किया है। लेकिन यह अभी पता नहीं चल सका है कि उन दोनों की गिरफ्तारी बिहार के किस जिले से हुई है। इन दोनों से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद इस चोरी से संबंधित जानकारियां मिलने की उम्मीद है। शिपयार्ड में 4000 कर्मचारी काम करते हैं। विक्रांत पोत के हाई सिक्यूरिटी स्थान से संवेदनशील डेटा से संबंधित चार हार्ड डिस्क और अन्य उपकरणों की चोरी हुई थी, जिसकी जांच एनआईए को सौंपी गई थी और एजेंसी ने बिहार के दो लोगों को इस संवेदनशील मामले में धर दबोचा है। एनआईए के अधिकारियों ने कहा कि दोनों गिरफ्तार आरोपी दो साल पहले पोत पर पेंटिंग की नौकरी में लगे थे और उनसे पूछताछ की जा रही है। बता दें इस मामले में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और सीएसएल कर्मचारियों, संविदाकर्मियों और अन्य लोगों सहित 1,200 से अधिक लोगों के फिंगरप्रिंट लिए थे। उसके बाद इसकी जांच की जा रही थी।
बताते चलें पिछले साल सितंबर महीने में केरल पुलिस ने सीएसएल महाप्रबंधक द्वारा कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड की ओर से चोरी के बारे में दायर एक शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया था और बाद में जांच एनआईए को स्थानांतरित कर दी गई थी। इस चोरी से सुरक्षा की बड़ी खामी सामने आई थी। भारत के पहले स्वदेशी विमानपोत आईएनएस विक्रांत से कुछ कम्प्यूटर हार्डवेयर चुरा लिए गए थे। इसके निर्माण में लगे जब चार कम्प्यूटरों को नष्ट किया जा रहा था तो चार हार्ड डिस्क, रेंडम एक्सेस मेमोरी (रैम) और प्रोसेसर कथित तौर पर चोरी हो गए थे, जो विमानपोत पर इंस्टॉल किए गए थे। बता दें कि एनआइए ने चोरी के बारे में किसी भी तरह की जानकारी देने वालों के लिए 5 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी।


