पटना में अब लोगों को व्हाट्सएप से मिलेगी छठ घाटों की जानकारी, नगर निगम ने शुरू की नई व्यवस्था
पटना। नगर निगम ने छठ महापर्व को लेकर इस बार एक नई और आधुनिक पहल की है। अब राजधानी पटना के लोग अपने नजदीकी छठ घाटों की पूरी जानकारी अपने मोबाइल फोन पर व्हाट्सएप के जरिए प्राप्त कर सकेंगे। यह व्यवस्था न केवल छठ व्रतियों के लिए सुविधाजनक साबित होगी बल्कि आम लोगों के लिए भी यह सेवा अत्यंत उपयोगी होगी।
डिजिटल सुविधा से आम जनता को राहत
छठ महापर्व बिहार का सबसे प्रमुख और लोकआस्था से जुड़ा पर्व है। इस दौरान लाखों श्रद्धालु सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए विभिन्न घाटों पर एकत्रित होते हैं। ऐसे में लोगों को घाटों की जानकारी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता था, लेकिन अब पटना नगर निगम ने इस समस्या का समाधान निकाल लिया है। निगम ने व्हाट्सएप चैट बोट की शुरुआत की है, जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपने नजदीकी छठ घाट का नाम, स्थान और उससे जुड़ी अन्य जानकारियां घर बैठे प्राप्त कर सकता है।
एक क्लिक पर मिलेगी पूरी जानकारी
नगर निगम की इस नई ई-सेवा से लोगों को अपने नजदीकी घाट की जानकारी प्राप्त करने के लिए बस अपने मोबाइल पर एक संदेश भेजना होगा। इसके लिए निगम ने व्हाट्सएप नंबर 9264447449 जारी किया है। इस नंबर पर “Hi” लिखकर भेजने के बाद उपयोगकर्ता को भाषा चुनने का विकल्प मिलेगा। भाषा का चयन करने के बाद चैट बोट सेवाओं की सूची प्रदान करेगा, जिनमें से एक विकल्प छठ घाटों से संबंधित जानकारी का होगा। उपयोगकर्ता को अपना लोकेशन शेयर करने के बाद चैट बोट उनके नजदीकी घाट का नाम, गूगल मैप लिंक, सफाई इंस्पेक्टर का नाम और मोबाइल नंबर, तथा संबंधित जोनल ऑफिसर की जानकारी साझा करेगा। इसके साथ ही घाट तक पहुंचने का मार्ग भी गूगल मैप पर दिखाई देगा, जिससे लोग आसानी से वहां तक पहुंच सकेंगे।
नगर निगम की पहली ई-सेवा
पटना नगर निगम द्वारा शुरू की गई यह व्यवस्था अपने आप में पहली ऐसी ई-सेवा है, जो जनता को सीधे डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ेगी। इससे न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि नागरिकों को समय और संसाधनों की भी बचत होगी। इस चैट बोट पर नगर निगम की अन्य सेवाओं जैसे सफाई, कचरा प्रबंधन, पानी की आपूर्ति, और शिकायत निवारण से जुड़ी जानकारी भी उपलब्ध रहेगी।
घाटों की तैयारी और सुरक्षा व्यवस्था
छठ पर्व को ध्यान में रखते हुए पटना नगर निगम ने शहर के प्रमुख घाटों पर विशेष सफाई अभियान शुरू किया है। घाटों की मरम्मत, सफाई, और प्रकाश व्यवस्था के लिए विशेष दल गठित किए गए हैं। निगम अधिकारियों के अनुसार, प्रत्येक जोन में सफाई कर्मियों और पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया है, ताकि घाटों की तैयारी समय पर पूरी की जा सके। इसके अलावा, घाटों पर महिलाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त पुलिस बल और निगरानी कैमरे लगाने की योजना भी बनाई गई है। जलजमाव वाले क्षेत्रों में अस्थायी प्लेटफॉर्म और बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जा रही है ताकि श्रद्धालु सुरक्षित रूप से अर्घ्य दे सकें।
शिकायत निवारण की भी सुविधा
व्हाट्सएप चैट बोट के माध्यम से न केवल जानकारी प्राप्त की जा सकेगी बल्कि किसी भी प्रकार की शिकायत भी दर्ज कराई जा सकती है। यदि किसी घाट पर सफाई, लाइटिंग या अन्य सुविधा से जुड़ी कोई समस्या है, तो नागरिक इस प्लेटफॉर्म पर सीधे अपनी शिकायत भेज सकते हैं। निगम अधिकारी तुरंत उस शिकायत पर कार्रवाई करेंगे और उसकी स्थिति की जानकारी भी इसी माध्यम से दी जाएगी।
लोगों की प्रतिक्रिया और उम्मीदें
इस नई व्यवस्था को लेकर पटना के नागरिकों में उत्साह देखा जा रहा है। कई लोगों का कहना है कि छठ के समय घाटों की जानकारी ढूंढना काफी मुश्किल होता था, लेकिन अब इस डिजिटल सुविधा से यह काम बहुत आसान हो जाएगा। खासकर कामकाजी लोग और बुजुर्गों के लिए यह सेवा बेहद मददगार साबित होगी। पटना नगर निगम की यह पहल बिहार में ई-गवर्नेंस की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे जहां लोगों को छठ महापर्व के दौरान सुविधा मिलेगी, वहीं नगर निगम को भी अपनी सेवाओं को अधिक प्रभावी ढंग से संचालित करने में मदद मिलेगी। यह व्यवस्था न केवल आधुनिक तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि परंपरागत आस्था और आधुनिक तकनीक का संयोजन कैसे जनता की सुविधा के लिए काम आ सकता है। आने वाले समय में यदि यह सेवा सफल रही, तो इसे अन्य त्योहारों और नागरिक सुविधाओं से भी जोड़ा जा सकता है। पटना नगर निगम का यह प्रयास निश्चित रूप से स्मार्ट सिटी की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।


