दिल्ली से बेंगलुरु जा रही इंडिया के फ्लाइट में आई खराबी, इमरजेंसी लैंडिंग से मचा हड़कंप, बाल-बाल बचे यात्री
नई दिल्ली। नई दिल्ली से बेंगलुरु जा रही एयर इंडिया की उड़ान संख्या एआई 2487 सोमवार की शाम अचानक तकनीकी खराबी का शिकार हो गई। यह विमान ए320 नियो मॉडल का था, जो वीटी-ईएक्सओ रजिस्ट्रेशन नंबर से संचालित हो रहा था। उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद पायलट को ‘कार्गो होल्ड’ में खतरे की चेतावनी मिली, जिससे विमानन दल सतर्क हो गया। विमान में 172 यात्री सवार थे, जिनकी सुरक्षा के लिए तत्काल आपात स्थिति घोषित कर दी गई। पायलट ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए भोपाल के राजा भोज एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति मांगी। भारतीय समयानुसार शाम 7 बजकर 33 मिनट पर विमान को पूर्ण आपातकाल घोषित किया गया। एयरपोर्ट प्रशासन, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) और फायर सर्विस तुरंत सक्रिय हो गए ताकि किसी भी संभावित खतरे से यात्रियों की रक्षा की जा सके।
एटीसी और क्रू ने दिखाई सूझबूझ
इस घटना के दौरान पायलट और एयरलाइन के क्रू सदस्यों ने अत्यधिक पेशेवर तरीके से स्थिति को संभाला। विमान के सभी यात्रियों को पायलट ने शांत बनाए रखा और बताया कि सब कुछ नियंत्रण में है। कुछ ही मिनटों बाद पायलट दल ने राहत की खबर दी कि स्थिति सामान्य हो गई है और तकनीकी चेतावनी झूठी अलार्म साबित हुई। फिर भी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विमान को रात 8 बजे भोपाल एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतार लिया गया। लैंडिंग के बाद एयर इंडिया के तकनीकी दल ने तुरंत विमान की जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में किसी प्रकार की गंभीर खराबी नहीं पाई गई, लेकिन सावधानी के तहत विमान को अस्थायी रूप से सेवा से बाहर रखा गया।
यात्रियों ने ली राहत की सांस
जब विमान सुरक्षित लैंड हुआ तो यात्रियों ने तालियां बजाकर पायलट दल का आभार जताया। एयरपोर्ट पर सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और उन्हें लाउंज में आराम के लिए ले जाया गया। एयर इंडिया की ओर से यात्रियों को आश्वस्त किया गया कि उन्हें जल्द ही उनके गंतव्य बेंगलुरु के लिए वैकल्पिक उड़ान उपलब्ध कराई जाएगी। कुछ यात्रियों ने बताया कि चेतावनी के बाद के कुछ मिनट बेहद तनावपूर्ण थे, लेकिन एयरलाइन स्टाफ ने बेहद धैर्य और पेशेवर तरीके से स्थिति संभाली। एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा कि सभी यात्री और चालक दल पूरी तरह सुरक्षित हैं और यह कदम केवल एहतियातन उठाया गया था।
एयरपोर्ट प्रशासन की तत्परता ने रोका बड़ा हादसा
भोपाल एयरपोर्ट के निदेशक रामजी अवस्थी ने कहा कि यह घटना पूरी तरह से नियंत्रण में रही और इससे हवाई संचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट की इमरजेंसी सेवाएं, फायर ब्रिगेड, मेडिकल यूनिट और ग्राउंड स्टाफ कुछ ही मिनटों में सक्रिय हो गए थे। इस तत्परता के कारण स्थिति को बिना किसी नुकसान के संभाल लिया गया। एटीसी ने भी बताया कि आपात स्थिति की घोषणा के तुरंत बाद भोपाल के हवाई क्षेत्र को खाली कराया गया और अन्य उड़ानों को अस्थायी रूप से रोका गया ताकि लैंडिंग सुरक्षित हो सके।
तकनीकी खराबियों पर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर देश की प्रमुख एयरलाइन एयर इंडिया के तकनीकी रखरखाव और सुरक्षा मानकों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिछले कुछ महीनों में एयरलाइनों में तकनीकी खराबी की कई घटनाएं सामने आई हैं, जिसके बाद विमानन क्षेत्र में सुरक्षा उपायों पर चर्चा तेज हो गई है। विमानन विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही इस बार किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, लेकिन ऐसी घटनाएं भविष्य में गंभीर खतरे का कारण बन सकती हैं। उनका मानना है कि विमान की नियमित जांच और ‘कार्गो होल्ड’ जैसी जगहों के सेंसर सिस्टम को और अधिक विश्वसनीय बनाना आवश्यक है।
एयर इंडिया की सफाई और सुरक्षा पर बयान
एयर इंडिया ने इस घटना पर बयान जारी करते हुए कहा कि यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा कंपनी की सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रवक्ता ने कहा कि उड़ान को केवल एहतियात के तौर पर उतारा गया और सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया गया। कंपनी ने यह भी दोहराया कि विमानन नियमों के अनुसार, किसी भी तकनीकी चेतावनी को हल्के में नहीं लिया जाता, भले ही वह झूठी साबित हो। एयर इंडिया ने कहा कि उनकी इंजीनियरिंग टीम ने विमान की पूरी जांच शुरू कर दी है और रिपोर्ट आने के बाद ही इसे दोबारा उड़ान के लिए अनुमति दी जाएगी। एयरलाइन ने यात्रियों को वैकल्पिक यात्रा व्यवस्था और आवास की सुविधा भी उपलब्ध कराई।
सुरक्षा मानकों पर बढ़ेगी निगरानी
इस घटना के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने भी रिपोर्ट मांगी है। अधिकारियों ने कहा कि वे एयर इंडिया से घटना की विस्तृत जानकारी और जांच रिपोर्ट प्राप्त करेंगे। यदि पाया गया कि किसी तकनीकी चूक या लापरवाही के कारण चेतावनी सक्रिय हुई थी, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं भले ही कभी-कभार होती हों, लेकिन वे यह याद दिलाती हैं कि हवाई सुरक्षा में किसी भी स्तर पर लापरवाही की गुंजाइश नहीं है। दिल्ली से बेंगलुरु जा रही एयर इंडिया की इस उड़ान में आई तकनीकी खराबी ने एक बार फिर हवाई सुरक्षा की गंभीरता पर ध्यान केंद्रित कर दिया है। हालांकि सभी यात्री सुरक्षित रहे और किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह घटना बताती है कि विमानन क्षेत्र में सतर्कता और तत्परता कितनी जरूरी है। एयरलाइन की त्वरित कार्रवाई, पायलट की सूझबूझ और एयरपोर्ट प्रशासन की तत्परता ने एक संभावित बड़ी दुर्घटना को टाल दिया। यह घटना विमानन उद्योग के लिए एक चेतावनी भी है कि सुरक्षा के मामले में किसी भी तरह की ढिलाई भविष्य में भारी पड़ सकती है।


