राज्य में मानसून के कमजोर पड़ने से गर्मी बढ़ी, मौसम में बदलाव से लोग हो रहे बीमार

पटना। बिहार में सितंबर के महीने में अप्रैल महीने की गर्मी जैसा एहसास हो रहा है। प्रदेश के ज्यादातर जिलों का तापमान 35 डिग्री के पार देखने को मिल रहा है। पटना में भी बारिश नहीं होने की वजह से एक बार फिर से पारा चढ़ गया। पिछले 24 घंटे के दौरान पटना के अधिकतम तापमान में 2 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके साथ ही अधिकतम तापमान 36.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वही 38.7 डिग्री सेल्सियस के साथ वैशाली जिला सबसे गर्म रहा है। वहीं, मौसम विभाग ने प्रदेश के 12 जिलों में आकाशीय बिजली को लेकर के संभावनाएं जताई हैं। इसमें पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सीवान, सारण, गोपालगंज, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा पूर्णिया अररिया कटिहार और किशनगंज शामिल है। मौसम विभाग केंद्र पटना के मुताबिक 21 सितंबर से मौसम में कुछ हल्का बदलाव देखने को मिल सकता है। लेकिन, इससे पहले का हाल वैसा ही रहेगा जैसा है। बारिश की उम्मीद भी नहीं के बराबर ही है। अगर कहीं छिटपुट बारिश हो जाए तो वो उस जगह के मौसम की स्थानीय परिस्थितियों पर है।
पटना में अधिक पड़ रही गर्मी
पटना के सभी इलाकों से अधिक गर्मी पूर्वी पटना के क्षेत्र में देखने को मिल रही है। मौसम वैज्ञानिक आशीष कुमार की माने तो अधिकतम तापमान सबसे कम राजधानी क्षेत्र में रहा है। जबकि सबसे अधिक पूर्वी पटना में रिकॉर्ड किया गया। इस हफ्ते पूर्वी पटना का अधिकतम तापमान 39.1 डिग्री तक जा चुका है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को पटना में पूरे दिन धूप खिली रहेगी। तापमान में भी एक से दो डिग्री तक की वृद्धि दर्ज की जाएगी। उमस भरी गर्मी से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। वही मौसम विभाग के अनुसार पटना सहित प्रदेश के अधिकतर जिलों में अगले सप्ताह से हल्की से मध्य स्तर की बारिश होने की संभावना है।
मौसम में हो रहे बदलाव के कारण लोग हो रहे बीमार
वही बदलता मौसम जितना सुकून देता है। उतनी ही बीमारियां अपने साथ लाता है। इसके कारण से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इधर, अस्पतालों में सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार, स्किन पर होने वाले दाने आदि के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। वहीं, इस बदलते मौसम ने डॉक्टरों ने लापरवाही न बदलने की सलाह दी है। इसके साथ ही सचेत रहने की भी सलाह दी है।

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