बिहार में दलितों पर जुल्म की घटनाओं में हुई वृद्धि, सरकार एससी-एसटी कानून को निष्प्रभावी बनाने पर तुली : डॉ. सत्यानंद

पटना। लोजपा (रामविलास) के वरिष्ठ नेता डॉ. सत्यानंद शर्मा एवं युवा के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान ने कहा है कि दलितों पर जुल्म की घटनाओं में लगातार वृद्धि हुई है। सरकार एससी-एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम को निष्प्रभावी बनाने पर तुली हुई है। आरोप लगाया कि सभी थानों को सरकार ने निर्देशित करके रखा है कि एससी-एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा नहीं दर्ज करें।
शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने प्रदेश में हाल के महीनों में एक सौ से अधिक दलितों पर हुए अत्याचार और जुल्म की घटनाओं की संकलित सूची दिखाते हुए कहा कि एक घटना बेऊर थाना क्षेत्र का है, जहां कृष्ण विहार कॉलोनी के मणिमाला अपार्टमेंट में लोजपा नेता ललन पासवान के साथ घटी। श्री पासवान को उन्हीं के अपार्टमेंट के ऊपरी तल्ला पर रह रहे डॉक्टर ने न सिर्फ उन्हें गाली गलौज किया औ जब श्री पासवान थाना गए तो प्राथमिकी दर्ज नहीं किया गया। पुलिस के वरीय पदाधिकारी से शिकायत की गई, लेकिन आज तक कारवाई शून्य है। जबकी श्री पासवान ह्दय रोग और पत्नी माइग्रेन रोग के रोगी है। दूसरी ओर पटना जिला के दनियावां थाना के फरीदपुर गांव की घटना है, जहां पत्नी को पीटा गया, जातिसूचक शब्द कहकर मारपीट कर प्रताड़ित किया परन्तु थाना में केस दर्ज नहीं हुआ। इसी तरह प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुई अनेकों घटनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार दलितों पर जुल्म की घटनाओं को रोकने में विफल है। इसलिए इस सरकार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर 15 फरवरी को ऐतिहासिक बिहार बचाओ मार्च किया जायेगा।

You may have missed