27 से प्रदेश में बदलेगा मौसम, बर्फीली हवाओं से बढ़ेगी ठिठुरन, मौसम विभाग का अलर्ट जारी
पटना। बिहार में सर्दी का प्रकोप दिनों-दिन तेज होता जा रहा है। सुबह की ओस से भीगी धरती, पछुआ हवाओं की काटती ठंड और आसमान में फैली धुंध की पतली परतों ने आम जीवन के साथ-साथ किसानों की मुश्किलें भी बढ़ा दी हैं। राज्य के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में सर्दी का असर सबसे ज्यादा दिख रहा है, जबकि पटना, मोतिहारी, सीवान, जहानाबाद और गया जैसे बड़े शहर भी शीतलहर की चपेट में आते जा रहे हैं।
बर्फीली हवाओं का असर, तापमान में गिरावट जारी
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि हिमालय क्षेत्र से आ रही बर्फीली हवाएं इस ठिठुरन की मुख्य वजह हैं। इन हवाओं के कारण बिहार के मैदानी इलाकों में तापमान लगातार गिर रहा है। ग्रामीण इलाकों में पारा तेजी से नीचे जा रहा है, जिससे सुबह और देर शाम की ठंड और अधिक महसूस हो रही है। मैदानी राज्यों के तापमान में हो रही यह गिरावट आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है। राजधानी पटना में न्यूनतम तापमान में लगातार हो रही गिरावट लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। रात के तापमान में 12 डिग्री सेल्सियस तक जाने की संभावना है। पछुआ हवा की 10–15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार ठंड को और अधिक कड़ाके की बना रही है।
किसानों की बढ़ी चिंता, फसलें संकट में
रबी सीजन का यह समय किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है, लेकिन इस बढ़ती ठंड ने उन्हें चिंता में डाल दिया है। गेहूं, मटर, सरसों और आलू जैसी फसलें ठंडक की मार झेल रही हैं। खेतों में लहलहाती फसलों पर पाला पड़ने का खतरा बढ़ गया है, जिससे उत्पादन प्रभावित हो सकता है। कई क्षेत्रों में सुबह-सुबह खेतों पर जमी ओस की मोटी परत ने किसानों को चिंतित कर दिया है। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि फसलों को पाले से बचाने के लिए जरूरत पड़ने पर रात में हल्का सिंचाई करें, जिससे तापमान तेजी से न गिरे।
मौसम में बदलाव की संभावना, 27–28 नवंबर को होगी करवट
बिहार मौसम सेवा केंद्र ने चेतावनी जारी की है कि 27 और 28 नवंबर को मौसम का रुख बदल सकता है। पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर से उठ रही नमी के मिलने से आसमान में बादल छा सकते हैं। इससे हवा की दिशा बदलने और तापमान में और गिरावट की संभावना है। हालांकि बारिश की संभावना कम है, लेकिन धुंध और कोहरे में बढ़ोतरी होने की आशंका है। मौसम विभाग ने कहा कि इन दो दिनों के दौरान राज्य के कई जिले सर्द हवाओं और घनी धुंध का सामना करेंगे।
पटना में धुंध और कोहरे का असर, यातायात धीमा पड़ा
पटना में मंगलवार की सुबह धुंध ने दस्तक दी। विजिबिलिटी घटने की वजह से वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई और सुबह के समय यातायात प्रभावित हुआ। जैसे-जैसे दिन चढ़ा, धूप निकलने लगी और अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है, लेकिन पछुआ हवाओं की वजह से सर्दी का एहसास बना रहेगा। धुंध और कोहरा ड्राइवरों के लिए चुनौती बन सकता है, इसलिए सावधानी जरूरी है। विभाग ने ड्राइवरों को हेडलाइट और फॉग लाइट का उपयोग करने, वाहन धीमी रफ्तार में चलाने और सड़क पर दूरी बनाए रखने की सलाह दी है।
लोगों के लिए मौसम विभाग की हिदायतें
मौसम विभाग ने बिहारवासियों के लिए महत्वपूर्ण सलाह जारी की है। सुबह-सुबह बाहर निकलते समय हल्का स्वेटर या जैकेट पहनना जरूरी है। बच्चों और बुजुर्गों को खास सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। दिन में मिलने वाली धूप का लाभ उठाना चाहिए ताकि शरीर में गर्माहट बनी रहे।रात के तापमान में गिरावट से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ, खासकर सर्दी-जुकाम, सांस की दिक्कतें और गठिया रोग बढ़ सकते हैं। इसलिए विशेषज्ञों ने लोगों को गर्म पेय पदार्थों का सेवन बढ़ाने और ठंडी हवा से बचने की सलाह दी है। बिहार में सर्दी का दौर अब और कड़ा होने वाला है। नवंबर का तीसरा सप्ताह बीतते-बीतते मौसम पूरी तरह से ठंडक की गिरफ्त में आ सकता है। आने वाले दिनों में बिहारवासियों को ठिठुराती सुबहें, धुंधली सड़कों और गिरते तापमान का सामना करना पड़ेगा। मौसम विभाग की चेतावनियों और सलाहों का पालन कर लोग खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।


