इंडिया के संयोजक बनने पर बोले नीतीश, मेरी व्यक्तिगत कोई महत्वाकांक्षा नहीं, हम बस विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं

  • उपेंद्रनाथ वर्मा की पुण्यतिथि पर कृष्ण मेमोरियल हॉल पहुंचे मुख्यमंत्री, तेजस्वी समेत कई रहे मौजूद

पटना। मुंबई में विपक्षी दलों की होने वाली बैठक को लेकर पूरे देश की नजर है। एक बार फिर से चर्चा है कि नीतीश कुमार को संयोजक बनाया जा सकता है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मीडिया से बातचीत करते हुए फिर से कहा कि मुझे संयोजक और अन्य कोई पद नहीं चाहिए। साथ ही नीतीश कुमार ने संयोजक को लेकर साफ-साफ कहा है कि दूसरे लोग बनेंगे, हम तो विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं। उपेंद्रनाथ वर्मा की पुण्यतिथि के मौके पर श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज विपक्षी दल का संयोजक कौन होगा के सवाल पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मैं कुछ भी नहीं बनना चाहता हूं। ये बात बार-बार हम कहते हैं। मेरी कोई इच्छा नहीं है। हम सभी को एकजुट करना चाहते हैं। संयोजक को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि दूसरों को बनाया जाएगा। वहीं इसके पहले बीते रविवार को लोहिया पत्र चक्र का परीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री ने भी इंडिया की आगामी बैठक को लेकर बड़ा बयान दिया था। नीतीश से पूछा गया था कि मुंबई में इंडिया अलायंस की अगली बैठक अगर उन्हें संयोजक की भूमिका की पेशकश की गई तो क्या वह स्वीकार करेंगे। इस बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी ऐसी कोई इच्छा नहीं है। दरअसल, नीतीश कुमार को लेकर कहा जा रहा है कि इंडिया की मुम्बई बैठक में उन्हें हम जिम्मेदारी दी जा सकती है। इसमें संयोजक का पद शामिल है। हालांकि पटना और बेंगलुरु की बैठक में संयोजक के नाम पर कोई चर्चा नहीं हुई थी। ऐसे में एक बार फिर से मुम्बई बैठक के जिन मुख्य एजेंडों की बातें हो सकती है उसमें इंडिया का एक लोगो जारी करना और संयोजक के रूप में किसी एक नेता को नामित करने पर अंतिम निर्णय लिया जा सकता है। जिन प्रमुख चेहरों को संयोजक की जिम्मेदारी देने की चर्चा है उसमें नीतीश कुमार के नाम पर सर्वाधिक चर्चा है।
जल्दबाजी की जरूरत नहीं, बैठक में सभी बातों पर सहमति बनेगी : तेजस्वी
वहीं जब नीतीश कुमार मीडिया से बात करने आए तो उन्होंने तेजस्वी यादव को आगे किया और कहा कि आप ही बोलिए हम तो कल बोल ही दिए हैं। मुख्यमंत्री के कहने पर तेजस्वी यादव ने भी मोर्चा संभाला और कहा कि विपक्षी दलों की बैठक में सभी लोग आएंगे और सब की सहमति से जो तय होगा वही लोग मानेंगे। बैठक हो रही है तो नए दल भी जुड़ेंगे।
मुंबई की बैठक में बड़ा होगा इंडिया का कुनबा, कई नये दल होंगे शामिल
बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों की पहली बैठक 23 जून को पटना में हुई थी। दूसरी बैठक बेंगलुरु में हुई और अब तीसरी बैठक मुंबई में होने जा रही है। मुंबई की बैठक कई मायनों में अहम है। पटना की बैठक में 15 दल शामिल हुए थे तो वहीं बेंगलुरु की बैठक में 26 दल शामिल हुए और अब तेजस्वी यादव ने भी कहा है कि कुछ दल और शामिल हो सकते हैं। ऐसे में विपक्षी दलों का कुनबा मुंबई की बैठक में बढ़ने की संभावना है। वही सीएम नीतीश भले ही यह कहें कि वे इंडिया का संयोजक नहीं बनना चाहते हैं लेकिन वे इस पद के सबसे बड़े दावेदार हैं। इसका बड़ा कारण नीतीश कुमार की वह पहल है जिसके तहत विपक्ष एकजुट हुआ है। नीतीश कुमार ने पिछले वर्ष अगस्त 2022 में बिहार में महागठबंधन सरकार बनाई थी। उसके बाद ही उन्होंने कहा था कि केंद्र की मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए विपक्ष का एकजुट होना जरूरी है। उन्होंने इसके लिए सितम्बर 2022 में देश के कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी। करीब 8 महीनों के बाद नीतीश की पहल रंग लाई और पटना में जून 2023 में पहली बार विपक्षी दल एक साथ बैठक किए। नीतीश की पहल पर सबकुछ साकार होने से वे एक ऐसे चेहरे के रूप में सामने आए हैं जो सबसे योग्य संयोजक माने जा रहे हैं।

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