पटना में भारी मात्रा में थिनर बरामद, पुलिस ने तीन पिकअप को किया जब्त

पटना। जिले के बाढ़ थाना क्षेत्र में स्थित एक थिनर फैक्ट्री में भीषण आग लगने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इस दौरान मोकिमपुर जलहर गांव से थिनर से भरी तीन पिकअप वैन को जब्त किया गया है। पुलिस ने फैक्ट्री मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
फैक्ट्री में आग लगने के बाद छिपाए गए थे ड्रम
31 मार्च की शाम करीब 7 बजे फैक्ट्री में अचानक आग लग गई थी। आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, टैंकर से ड्रम में थिनर भरते समय यह हादसा हुआ। आग लगने के बाद फैक्ट्री में मौजूद थिनर को ड्रम में भरकर छिपा दिया गया था, जिसे पुलिस ने अब बरामद कर लिया है। हालांकि, इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
फायर ब्रिगेड की देरी और आग पर काबू
आग लगने के बाद करीब एक घंटे की देरी से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। इस दौरान आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था। दमकल की 12 गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद चार घंटे में आग पर काबू पाया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि जैसे-जैसे आग आगे बढ़ती गई, वैसे-वैसे थिनर के ड्रम तेज आवाज के साथ फटते रहे। इससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया था।
लाखों का नुकसान, कई वाहन जलकर राख
इस आगजनी में चार ट्रैक्टर, दो मैजिक और एक लॉरी पूरी तरह जलकर राख हो गई। इसके अलावा फैक्ट्री में रखा काफी सामान भी आग की चपेट में आ गया। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा था या नहीं।
एनटीपीसी प्लांट और रिहायशी इलाके के पास फैक्ट्री की वैधता पर सवाल
पुलिस इस मामले में जांच कर रही है कि एनटीपीसी प्लांट और रिहायशी इलाके के पास थिनर फैक्ट्री चलाने की अनुमति दी गई थी या नहीं। इस संबंध में एक्साइज और फायर डिपार्टमेंट से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मामूली रूप से झुलसे कर्मचारी, एक अस्पताल में भर्ती
आगजनी की इस घटना में कुछ कर्मचारी मामूली रूप से झुलस गए। उनमें से एक को अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसका इलाज किया गया। हालांकि, किसी बड़े जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।
प्रशासन की अपील और जांच जारी
प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि फैक्ट्री में आग बुझाने के उचित प्रबंध थे या नहीं। यदि कोई लापरवाही पाई जाती है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना से यह साफ हो गया कि खतरनाक रसायनों से संबंधित फैक्ट्रियों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम बेहद जरूरी हैं। प्रशासन और स्थानीय लोगों को इस ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।

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