October 28, 2025

पटना के मरीन ड्राइव पर भीषण सड़क हादसा, दो की हालत गंभीर, पीएमसीएच रेफर

  • कृष्ण घाट के पास गूंजा टक्कर का शोर, लोगों में मची अफरा-तफरी, पुलिस ने वाहन जब्त कर शुरू की जांच

पटना। राजधानी पटना के मरीन ड्राइव पर मंगलवार की सुबह का नजारा एक भयावह सड़क हादसे में बदल गया। कृष्ण घाट के पास एक तेज रफ्तार वाहन के अनियंत्रित होकर पलट जाने से दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की आवाज इतनी जोरदार थी कि आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। घटना के तुरंत बाद कोतवाली थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से एंबुलेंस के जरिए पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) भेजा गया। दोनों घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। फिलहाल उनकी पहचान नहीं हो सकी है।
सुबह-सुबह गूंजा हादसे का शोर, वाहन के उड़े परखच्चे
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा मंगलवार सुबह करीब 6:30 बजे हुआ, जब मरीन ड्राइव से गुजर रही एक कार अचानक नियंत्रण खो बैठी। बताया जा रहा है कि वाहन की रफ्तार काफी तेज थी और कृष्ण घाट मोड़ पर पहुंचते ही चालक ने स्टीयरिंग पर से नियंत्रण खो दिया। कार पहले सड़क किनारे लगे लोहे के गार्डरेल से टकराई और फिर पलटकर सड़क के बीचोंबीच आ गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि वाहन के आगे का हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया। कार में सवार दोनों युवक सड़क पर गिर पड़े और बुरी तरह घायल हो गए। हादसे के बाद कुछ देर के लिए सड़क पर लंबा जाम लग गया। स्थानीय दुकानदार रमेश प्रसाद, जो उस वक्त पास ही मौजूद थे, ने बताया, “एक जोरदार आवाज आई, हम लोग दौड़कर पहुंचे तो देखा कि कार पलटी पड़ी है और दोनों युवक बेहोश हैं। हमने तुरंत पुलिस को फोन किया। जब तक पुलिस आई, स्थानीय लोगों ने उन्हें निकालने की कोशिश की।”
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, पीएमसीएच में चल रहा इलाज
घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली थाना की टीम मौके पर पहुंची। पुलिसकर्मियों ने तुरंत घायलों को अस्पताल भिजवाया। पुलिस ने बताया कि दोनों घायलों को गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक दोनों की स्थिति फिलहाल नाजुक बनी हुई है। कोतवाली थानाध्यक्ष ने बताया, “हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। प्राथमिक जांच में ऐसा लग रहा है कि वाहन तेज गति में था और चालक ने अचानक मोड़ पर नियंत्रण खो दिया। वाहन को जब्त कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।”
पहचान अभी बाकी, नंबर प्लेट से मिल सकता है सुराग
पुलिस ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त वाहन की नंबर प्लेट आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे पहचान में दिक्कत आ रही है। हालांकि, फॉरेंसिक टीम और ट्रैफिक विभाग की मदद से वाहन मालिक का पता लगाया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह वाहन पटना सिटी या कंकड़बाग इलाके में पंजीकृत है। वहीं, आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि दुर्घटना से पहले के हालात की सटीक जानकारी मिल सके। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद यह स्पष्ट होगा कि वाहन चालक नशे में था या हादसा केवल रफ्तार की वजह से हुआ।
स्थानीय लोगों में दहशत, बोले – मरीन ड्राइव बन चुका है स्पीड जोन
मरीन ड्राइव पर हादसे कोई नई बात नहीं है। यह इलाका अब रफ्तार प्रेमियों के लिए हॉटस्पॉट बन चुका है। हर सुबह और शाम यहां कई लोग तेज रफ्तार बाइक या कार से स्टंट करते नजर आते हैं। स्थानीय निवासी संदीप कुमार, जो रोजाना इसी रास्ते से ऑफिस जाते हैं, ने बताया, “मरीन ड्राइव पर अक्सर युवक तेज रफ्तार में वाहन चलाते हैं। रात में तो कई बार रेस लगाते हुए देखे हैं। पुलिस को यहां कड़ी निगरानी रखनी चाहिए। हादसे आम बात हो गई है।” वहीं, कृष्ण घाट के पुजारी रामबालक दास ने कहा, “हर कुछ दिनों में कोई न कोई दुर्घटना होती है। पहले भी यहां कई लोग घायल हो चुके हैं। सड़क पर मोड़ है लेकिन कोई चेतावनी बोर्ड या स्पीड लिमिट का पालन नहीं होता।”
पुलिस ने बढ़ाई चौकसी, लगाए जाएंगे स्पीड ब्रेकर
घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने इलाके में ट्रैफिक चौकसी बढ़ाने का निर्देश दिया है। ट्रैफिक एसपी के अनुसार, “मरीन ड्राइव पर जल्द ही अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा और महत्वपूर्ण जगहों पर स्पीड ब्रेकर व चेतावनी बोर्ड लगाए जाएंगे। कई बार इस मार्ग पर रफ्तार के कारण दुर्घटनाएं हुई हैं, अब इस पर सख्ती जरूरी है।” साथ ही, पुलिस ने कहा कि अगर वाहन चालक की पहचान हो जाती है, तो उसके खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने (धारा 279 आईपीसी) और गंभीर चोट पहुंचाने (धारा 338 आईपीसी) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।
रफ्तार बनी मौत की वजह
पटना में बीते कुछ महीनों में तेज रफ्तार और लापरवाही से गाड़ी चलाने के कई मामले सामने आए हैं। ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, साल 2025 में अब तक 120 से अधिक सड़क हादसे दर्ज किए जा चुके हैं, जिनमें करीब 60 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से अधिक घायल हुए हैं। इनमें से अधिकतर घटनाएं तेज रफ्तार, मोबाइल पर बात करने या सीट बेल्ट न लगाने के कारण हुई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मरीन ड्राइव जैसी चौड़ी और खुली सड़कों पर चालक अक्सर गति सीमा का उल्लंघन करते हैं, जिससे हादसे की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
फिलहाल जांच जारी
पुलिस ने वाहन को जब्त कर लिया है और आसपास के लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। जांच में यह भी देखा जा रहा है कि क्या वाहन किसी सरकारी या निजी संस्थान का था।
अधिकारियों ने बताया कि घायलों की पहचान होने के बाद उनके परिजनों को सूचना दी जाएगी। पटना के मरीन ड्राइव पर हुआ यह भीषण हादसा एक बार फिर शहर में रफ्तार और लापरवाही की संस्कृति पर सवाल खड़े करता है। प्रशासन की ओर से बार-बार चेतावनी और सुरक्षा उपायों के बावजूद लोग सड़क नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। फिलहाल, दोनों घायलों का इलाज पीएमसीएच के ट्रॉमा वार्ड में चल रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि स्थिति गंभीर है, लेकिन दोनों को बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। राजधानी पटना की सड़कों पर लगातार बढ़ रहे हादसों ने प्रशासन और जनता दोनों को फिर से यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर कब रफ्तार पर लगाम लगेगी।

You may have missed