पटना में बस और ट्रक की टक्कर से भीषण हादसा, 10 लोग जख्मी, चार की हालत गंभीर

पटना। बिहार की राजधानी पटना से एक दर्दनाक सड़क हादसे की खबर सामने आई है। यह हादसा पटना के नौबतपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत वादीपुर के पास हुआ, जहाँ एक सवारी बस और नारियल लदे ट्रक की आमने-सामने टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस में सवार कई यात्रियों को गंभीर चोटें आईं। यह घटना यातायात नियमों के पालन में हो रही लापरवाही और ओवरस्पीडिंग की एक और बानगी के रूप में सामने आई है।
कैसे हुआ हादसा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह बस पटना से औरंगाबाद की ओर जा रही थी। दूसरी ओर, नारियल से भरा ट्रक उत्तर प्रदेश से आ रहा था। जैसे ही यह दोनों वाहन नौबतपुर के वादीपुर मुख्य मार्ग पर पहुंचे, तेज रफ्तार ट्रक ने सामने से आ रही बस को टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के बाद बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे सीमेंट के पिलर से टकरा गई। बस में लगभग 30 से 35 यात्री सवार थे, जिनमें से कई लोग सीट से उछलकर एक-दूसरे पर गिर पड़े।
हादसे में कुल 10 यात्री हुए घायल
हादसे में कुल 10 यात्री घायल हुए हैं, जिनमें चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। इन घायलों को बेहतर इलाज के लिए पटना एम्स रेफर किया गया है। गंभीर रूप से घायल यात्रियों में सुहानी कुमारी, सोनी कुमारी, नीरज कुमार, अक्षय कुमार और प्रेम कुमार शामिल हैं, जिन्हें नाक और चेहरे पर गंभीर चोटें आई हैं। वहीं कृष्णावती देवी, शशि कुमार सुधाकर, नीलम देवी और रेखा देवी को कमर में गहरी चोटें लगी हैं। अन्य छह घायलों का इलाज नौबतपुर के रेफरल अस्पताल में चल रहा है।
यात्रियों की आपबीती
घायलों में से एक यात्री शशि कुमार सुधाकर ने बताया कि वे पटना से अरवल जाने के लिए औरंगाबाद जाने वाली बस में सवार हुए थे। जैसे ही बस वादीपुर मुख्य मार्ग पर पहुंची, सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने बस को सीधा टक्कर मार दी। वहीं, नीलम देवी ने बताया कि टक्कर इतनी तेज थी कि बस पलटने जैसी स्थिति में आ गई और सड़क किनारे खंभे से टकरा गई।
स्थानीय लोगों की तत्परता और पुलिस की भूमिका
घटना के बाद आस-पास के स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। उन्होंने घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की और तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही नौबतपुर थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। हालांकि, हादसे के तुरंत बाद बस और ट्रक चालक मौके से फरार हो गए, जिसकी वजह से पुलिस को जांच में कुछ कठिनाई आई।
नियमों की अनदेखी बनी कारण
यह हादसा एक बार फिर यह सवाल उठाता है कि आखिर क्यों सड़कों पर यातायात नियमों की अनदेखी की जाती है। ट्रक की तेज रफ्तार, बस की स्थिति और दोनों चालकों का फरार हो जाना यह दर्शाता है कि सुरक्षा मानकों की अवहेलना आज भी आम बात है। वादीपुर के पास हुई इस दुर्घटना ने न केवल कई लोगों को घायल किया, बल्कि यात्री सुरक्षा की मौजूदा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। इस हादसे से यह स्पष्ट होता है कि ओवरस्पीडिंग और लापरवाह ड्राइविंग को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को और सख्त कदम उठाने होंगे। साथ ही, आम जनता को भी यातायात नियमों के प्रति अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है ताकि ऐसे हादसों से बचा जा सके।
