उम्मीदें रंग लाएंगी, माई बहिन मान योजना से ज़िंदगी मुस्कुराएगी”: सुप्रिया श्रीनेत

  • कांग्रेस ने बढ़ाया हाथ, बिहार की महिलाओं को देंगे रू 2500 माह की सौगात: सुप्रिया श्रीनेत

पटना। कांग्रेस पार्टी ने बिहार की बहनों और बेटियों के सशक्तिकरण हेतु एक ऐतिहासिक पहल की है। “माई बहिन मान योजना” के अंतर्गत कांग्रेस पार्टी की अगुवाई में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर बिहार राज्य की पात्र बहनों और बेटियों को प्रति माह 2500 की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खातों में दी जाएगी। यह योजना न केवल आर्थिक राहत देगी, बल्कि बिहार की महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाएगी। ये बातें सोशल मीडिया की राष्ट्रीय प्रभारी और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कही।सोशल मीडिया की राष्ट्रीय प्रभारी और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सदैव देश की महिलाओं के अधिकार और सशक्तिकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। देश में लाड़ली योजना की शुरुआत सबसे पहले कांग्रेस ने की थी । दिल्ली में शीला दीक्षित सरकार ने 2008 में लाडली योजना शुरू की थी, जिसके तहत बेटी के जन्म के समय ₹36,000 और कक्षा 1 से 12 तक पढ़ाई के लिए ₹25,000 की सहायता दी जाती थी। 12वीं कक्षा पूरी करने पर खाते में ₹1 लाख का मैच्युरिटी अमाउंट सीधे आ जाता था। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने गृह लक्ष्मी योजना शुरू की, जिसके तहत हर महिला को प्रति माह ₹2000 सीधे बैंक खाते में दिया जा रहा है। इसका लाभ 1.35 करोड़ महिलाओं को मिल रहा है। हिमाचल प्रदेश में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत पात्र महिलाओं को प्रति माह ₹1500 की सहायता दी जा रही है। झारखंड की कांग्रेस गठबंधन सरकार ने मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के अंतर्गत महिलाओं को प्रति माह ₹2500 की आर्थिक सहायता देना शुरू किया है। पहले यह ₹1000 थी, कांग्रेस ने इसे बढ़ाने का वादा किया था और वादा निभाया। योजना से 56.61 लाख महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं। जेडीयू भाजपा की निर्लज्ज सरकारों ने बिहार को आकंठ गरीबी में डुबाकर बस अपनी सत्ता की भूख मिटाई है। 7 नवंबर 2023 को प्रकाशित जातीय सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार 94.42 लाख परिवारों की मासिक आय ₹6000 से कम है, यानी लगभग 5 करोड़ लोग ₹40 प्रतिदिन पर गुज़ारा कर रहे हैं। 81.91 लाख परिवारों की आय ₹10,000 प्रति माह से कम है, यानी लगभग 4 करोड़ लोग ₹67 प्रतिदिन पर जीवित हैं। वहीं दूसरी ओर केंद्र की मोदी सरकार ने महंगाई की मार से आम जन-जीवन को संकट में डाल दिया है।
दिल्ली में भाजपा ने महिलाओं को ₹2500 प्रति माह देने का वादा किया था, चुनाव के बाद मुकर गई।
महाराष्ट्र में वादा किया था कि महिलाओं को 1500 रू से बढ़ाकर ₹2100 दिए जाएंगे, चुनाव जीतने के बाद भूल गए।
मध्यप्रदेश में लाड़ली बहना योजना की राशि 1250 ₹ से बढ़ाकर 3000 रु करने का वादा किया, मगर वादा निभाया नहीं।
बिहार में जेडीयू ने 94 लाख गरीब परिवारों को ₹2 लाख देने की बात कही थी, लेकिन एक पैसा भी नहीं दिया।
कांग्रेस पार्टी यह वचन देती है कि बिहार में इंडिया गठबंधन की सरकार बनते ही
“माई बहिन मान योजना” के तहत हर पात्र बहन और बेटी के खाते में ₹2500 प्रति माह की राशि ट्रांसफर की जाएगी।
अब बारी है बिहार की बहनों और बेटियों की ज़िंदगी में मुस्कान लाने की।
संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय सचिव पूनम पासवान, मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, मोतीलाल शर्मा, ब्रजेश मुनन, महिला कांग्रेस की अध्यक्ष डॉ शरवत जहां फातिमा, सोशल मीडिया के चेयरमैन सौरभ सिंहा, प्रकाश मीणा, प्रवक्ता डॉ. स्नेहाशीष वर्धन पाण्डेय, डॉ मधुबाला, डॉ निधि पांडेय सहित अन्य नेतागण मौजूद रहें।

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