सीवान में थाना परिसर में होमगार्ड ने की आत्महत्या, सर्विस राइफल से खुद को मारी गोली, मची सनसनी

सीवान। बिहार के सीवान जिले से एक चौंकाने वाली और दुखद घटना सामने आई है, जहां एक होमगार्ड जवान ने अपनी ही सर्विस राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह घटना जिले के असाव थाना परिसर की है, जिसने पुलिस महकमे समेत पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। मृतक जवान की पहचान राजकुमार गोंड के रूप में हुई है, जो दरौली थाना क्षेत्र के निवासी थे और वर्तमान में असाव थाना में तैनात थे।
रात में अकेले थे गार्ड रूम में, सुबह मिली जानकारी
घटना सोमवार देर रात की है, जब राजकुमार गोंड गार्ड रूम में अकेले ड्यूटी पर मौजूद थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार, उन्होंने ड्यूटी नहीं की और रात्रि विश्राम के दौरान गार्ड रूम में ही मौजूद थे। इसी दौरान, उन्होंने अचानक अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मार ली। सुबह जब अन्य स्टाफ ने उन्हें मृत अवस्था में बिस्तर पर देखा, तो पूरे थाना परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, डॉक्टरों ने मृत घोषित किया
घटना की सूचना मिलते ही थाने के अन्य अधिकारियों ने तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया। राजकुमार गोंड को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद पूरे थाना परिसर में मातमी सन्नाटा छा गया। इस घटना से ना केवल पुलिस बल में शोक की लहर दौड़ गई, बल्कि स्थानीय स्तर पर भी लोगों में गहरी संवेदना देखी गई।
परिजनों का पहुंचना और विरोध
सूचना मिलते ही मृतक के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंचे। पत्नी और अन्य परिजनों की हालत बेहद खराब थी। शव को देखते ही परिजन फूट-फूट कर रोने लगे। इस दौरान एक नया मोड़ तब आया जब परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। उनका स्पष्ट कहना था कि पहले घटना की गहराई से जांच होनी चाहिए, उसके बाद ही वे शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की अनुमति देंगे।
एसडीपीओ ने संभाला मोर्चा, जांच की बात कही
घटना की सूचना मिलने के बाद मैरवा सदर-2 की एसडीपीओ गौरी कुमारी असाव थाना पहुंचीं। उन्होंने पूरे मामले की जानकारी ली और प्रारंभिक जांच के निर्देश दिए। एसडीपीओ ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया कि पोस्टमार्टम कानूनी प्रक्रिया का एक हिस्सा है और इससे आत्महत्या के कारणों को समझने में मदद मिलेगी। हालांकि, परिजन अपनी बात पर अड़े रहे और पहले जांच की मांग करते रहे।
सवालों के घेरे में आत्महत्या का कारण
राजकुमार गोंड के आत्महत्या करने के पीछे का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। वे एक अनुशासित होमगार्ड जवान माने जाते थे और उनकी ड्यूटी में भी कोई शिकायत नहीं थी। ऐसे में यह घटना कई सवाल खड़े करती है। क्या वे किसी मानसिक तनाव में थे? क्या कार्यस्थल पर किसी प्रकार का दबाव था? या फिर पारिवारिक कारणों से उन्होंने यह कदम उठाया? इन सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है।
मामले की जांच जारी, पुलिस विभाग में शोक
सीवान जिले में इस आत्महत्या की घटना ने पुलिस विभाग को झकझोर कर रख दिया है। अधिकारियों का कहना है कि आत्महत्या की वजह जानने के लिए गहराई से जांच की जा रही है। इस तरह की घटनाएं सुरक्षा बलों में मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति को भी उजागर करती हैं। राजकुमार गोंड के निधन से जहां एक होनहार जवान ने अपनी जान गंवा दी, वहीं उनके परिवार पर भी गहरा संकट टूट पड़ा है। असाव थाना में हुई इस आत्मघाती घटना ने सुरक्षा व्यवस्था के भीतर चल रहे मानसिक दबावों की ओर इशारा किया है। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वे न केवल इस घटना की निष्पक्ष जांच करें, बल्कि अपने जवानों के मानसिक स्वास्थ्य और कार्य स्थितियों पर भी ध्यान दें, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
