August 19, 2025

बिहार में रेलवे मंडल के रेल फाटकों पर होमगार्ड जवानों की होगी तैनाती, जाम और हादसों को लेकर निर्देश जारी

पटना। बिहार में रेलवे फाटकों पर लगने वाले भीषण जाम और इससे होने वाले हादसों को रोकने के लिए भारतीय रेलवे ने एक बड़ी पहल की है। पूर्व मध्य रेल द्वारा लिए गए निर्णय के तहत राज्य के सभी प्रमुख रेल फाटकों पर अब होमगार्ड जवानों की तैनाती की जाएगी। इस कदम का उद्देश्य फाटकों पर यातायात नियंत्रण को बेहतर बनाना और लोगों को सुचारू आवागमन की सुविधा देना है।
भीड़भाड़ वाले फाटकों की हुई पहचान
रेलवे ने इस योजना को कार्यान्वित करने के लिए सबसे पहले राज्य के पांच प्रमुख रेल मंडलों की पहचान की है, जिनमें मुजफ्फरपुर, नारायणपुर सहित 12 प्रमुख स्टेशनों के आसपास स्थित अत्यधिक व्यस्त रेल फाटक शामिल हैं। रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) के निरीक्षकों ने तीन महीने पहले ही इन फाटकों की विस्तृत सूची महाप्रबंधक को सौंप दी थी। अब इन्हीं फाटकों पर चरणबद्ध तरीके से होमगार्ड की नियुक्ति की जाएगी।
तीन शिफ्टों में होगी तैनाती
प्रत्येक रेलवे फाटक पर दिनभर की तीन शिफ्टों में दो-दो होमगार्ड जवान तैनात रहेंगे। इसका मतलब है कि एक फाटक पर कुल छह जवानों की आवश्यकता होगी। ये जवान ट्रैफिक को नियंत्रित करने, आपात स्थिति में प्रतिक्रिया देने और लोगों को रेलवे क्रॉसिंग के नियमों के पालन के लिए प्रेरित करने में मदद करेंगे। इससे यातायात व्यवस्था में अनुशासन आएगा और जाम की समस्या में काफी कमी आने की उम्मीद है।
रेल यात्रियों को किराया वृद्धि का झटका
जहां एक ओर रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए होमगार्ड की तैनाती का निर्णय लिया गया है, वहीं दूसरी ओर एक जुलाई 2025 से यात्री किराए में मामूली वृद्धि भी की गई है। रेलवे बोर्ड के प्रस्ताव पर सरकार ने लंबी दूरी की ट्रेनों के किराए में अधिकतम दो पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी को मंजूरी दी है।
दैनिक यात्रियों को राहत
हालांकि, यह किराया वृद्धि सिर्फ लंबी दूरी की ट्रेनों पर लागू की गई है। लोकल ट्रेनों और मासिक सीजन टिकट (एमएसटी) धारकों के किराए में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जिससे बिहार के उन हजारों दैनिक यात्रियों को राहत मिली है जो रोजाना कामकाज के लिए ट्रेन से यात्रा करते हैं।
वित्तीय संतुलन के लिए किया गया बदलाव
रेलवे ने यह वृद्धि अपने परिचालन खर्चों को संतुलित करने के उद्देश्य से की है। पिछले कुछ वर्षों में ईंधन, पेंशन और ट्रेन के रखरखाव संबंधी खर्चों में लगातार वृद्धि हुई है, जिसे देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। रेलवे का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए आर्थिक संसाधनों की जरूरत है और किराया वृद्धि उसी दिशा में एक आवश्यक कदम है।
लोगों को मिलेगी राहत और सुरक्षा
होमगार्ड की तैनाती से न केवल फाटकों पर लगने वाले जाम से राहत मिलेगी, बल्कि सड़क सुरक्षा में भी इजाफा होगा। बिहार जैसे राज्य में जहां अधिकांश रेलवे क्रॉसिंग अभी भी मैनुअल हैं, वहां यह कदम आम जनता की सुरक्षा और सुविधा के लिहाज से एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। बिहार में रेलवे फाटकों पर होमगार्ड की तैनाती और किराए में मामूली वृद्धि, दोनों ही फैसले रेलवे की दूरदर्शिता को दर्शाते हैं। जहां एक ओर ये कदम लोगों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखकर उठाए गए हैं, वहीं दूसरी ओर वित्तीय संतुलन बनाए रखने के लिए जरूरी भी हैं। आने वाले समय में इन फैसलों का असर आम जनता की रोजमर्रा की जिंदगी पर सकारात्मक रूप से देखने को मिल सकता है।

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