प्रदेश में शराब की होम डिलीवरी नेटवर्क पर तीसरी आंख से होगी उत्पाद विभाग की नज़र, जानें पूरा मामला
पटना। शराब की होम डिलीवरी नेटवर्क की कमर तोड़ने के लिए उत्पाद विभाग बड़ा कदम उठाने जा रहा है। संदिग्ध स्थानों पर शराब की होम डिलीवरी पर तीसरी आंखों से भी नजर रखी जाएगी। इसके लिए उत्पाद विभाग ने सर्विलांस कैमरा लगाने की योजना बनाई है। सर्विलांस कैमरा जिलों के पुलिस अधीक्षकों की ओर से चिन्हित किए गए स्थानों पर लगाए जाएंगे। इसमें शराब की होम डिलीवरी के बदनाम ठिकानों के रूप में चर्चित स्थानों का ध्यान रखा जाएगा। ये सर्विलांस कैमरे इंटरनेट से जुड़े होंगे। इनके जरिए पल-पल का विजुअल और फोटो मुख्यालय को आनलाइन माध्यम से उपलब्ध होंगे। सर्विलांस कैमरों के आईपी एड्रेस के जरिए यह जानना आसान होगा कि कहां संदिग्ध गतिविधियां चल रही हैं। इसके बाद वहां के स्थानीय पुलिस अधिकारियों को इत्तला कर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। सर्विलांस कैमरों के अपडेट के आधार पर आस-पास के इलाकों में चौकसी भी बढ़ाई जा सकती है या फिर शराब डिलीवरी नेटवर्क के किंगपिन पर धावा बोलकर कमर तोड़ी जा सकती है।
जमीन से आकाश तक चौकसी
शराबबंदी को शत-प्रतिशत सफल बनाने के लिए राज्य सरकार जमीन से लेकर आसमान तक की चौकसी करा रही है। कॉल सेंटर के जरिए आ रही सूचनाओं के आधार पर तत्काल छापे मारे जा रहे हैं। दियारा इलाकों पर नजर रखने के लिए पेट्रोलिंग मोटरबोट तैनात किए गए हैं। अंतरराज्यीय सीमाओं पर स्कैनिंग टनल स्थापित किए गए हैं। जगह-जगह ड्रोन उड़ाकर तस्वीर ली जा रही है। हेलिकॉप्टर से भी निगरानी की जा रही है। हाल ही में स्नीफर डॉग भी लिए गए हैं।