द्विपुष्कर योग के हस्त नक्षत्र कल मनेगा होली का त्योहार, जिला प्रशासन ने कसी कमर
पटना। बिहार में होली कल 26 मार्च मंगलवार को मनाई जाएगी। फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा 2 दिन होने से ऐसी स्थिति बनी है। व्रत की पूर्णिमा 24 मार्च को और स्नान-दान की पूर्णिमा 25 मार्च को मनेगा। होली का पर्व उदय व्यापिनी चैत्र कृष्ण प्रतिपदा में मनाया जाता है। इसलिए इस बार 24 को होलिका दहन के एक दिन बाद 26 को होली मनाई जाएगी। 26 मार्च को प्रेम, सौहार्द, भाईचारा का प्रतीक व रंगों का पर्व होली चैत्र कृष्ण प्रतिपदा को कई शुभ संयोग में मनेगी। इस दिन दोपहर 12:23 बजे तक हस्त नक्षत्र तथा उसके बाद चित्रा नक्षत्र रहेगा। इसके अलावा होली के दिन ध्रुव योग व आति शुभकारी द्विपुष्कर योग भी विद्यमान रहेगा। होली से आठ दिन पहले होलाष्टक लग जाने से शुभ कार्य बंद हो जाता है। होली पर रंगों से खेलने की शुरुआत सबसे पहले राधा कृष्ण ने की थी। होली पर एक-दूसरे को रंग लगाने से पहले श्रीकृष्ण को राशि अनुसार रंग चढ़ाएंगे तो कुंडली के कई दोष दूर हो सकते हैं। भगवान को रंग चढ़ाने के बाद राशि अनुसार ही अलग-अलग रंग के गुलाल से होली खेलेंगे तो बहुत शुभ रहेगा। वही साथ ही बिहार पुलिस मुख्यालय ने होली को लेकर सभी जिलों को अलर्ट जारी करते हुए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। शरारती और असामाजिक तत्वों से कड़ाई से निबटने के लिए सघन गश्ती, चेकिंग और छापेमारी अभियान चलाने को कहा गया है। इस बाबत एडीजी विधि-व्यवस्था संजय सिंह ने सभी क्षेत्रीय डीआइजी और आइजी को पत्र लिखकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें होलिका दहन और होली पर विवाद के संभावित कारण बताते हुए उससे निबटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। उग्रवाद प्रभावित जिलों में भी विशेष निगरानी बरतने को कहा गया है। पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों में होली को लेकर संवेदनशील जगहों को चिह्नित कर वहां पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती करने को कहा है। उपद्रवियों से निबटने के लिए दंगा निरोधी दस्ता का गठन करने और पुलिस बल के लिए पर्याप्त संख्या में हेलमेट, लाठी व अन्य सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था करने को कहा गया है। विवादित स्थल पर होलिका दहन करने को लेकर होने वाले विवाद को लेकर भी चौकस रहने को कहा गया है।