December 4, 2025

कोहली और शर्मा के वन-डे भविष्य पर मीटिंग करेगी बीसीसीआई, गंभीर और अगरकर देंगे फीडबैक, फिटनेस पर चर्चा

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के दो दिग्गज खिलाड़ी—रोहित शर्मा और विराट कोहली—आने वाले वर्षों में वनडे फॉर्मेट में खेलते रहेंगे या नहीं, इस पर चर्चा तेजी से बढ़ रही है। खासकर 2027 वर्ल्ड कप के मद्देनज़र बीसीसीआई ने दोनों खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर अब गंभीर विचार-विमर्श शुरू कर दिया है। यह प्रश्न क्रिकेट फैंस के बीच भी प्रमुखता से उभर रहा है कि क्या ये दोनों सुपरस्टार खिलाड़ी अगले विश्व कप तक टीम के अहम स्तंभ बने रहेंगे।
ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद उठे सवाल
हाल ही में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई वनडे सीरीज के दौरान कई रिपोर्ट्स सामने आई थीं कि यह शायद रोहित शर्मा और विराट कोहली का आखिरी वनडे असाइनमेंट हो सकता है। लेकिन श्रृंखला के अंतिम मैच में दोनों खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। रोहित शर्मा ने जहां शतक लगाया, वहीं कोहली ने 74 रनों की नाबाद पारी खेलकर अपने फॉर्म का दमदार प्रमाण दिया। रोहित को प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द सीरीज दोनों अवॉर्ड मिले। इन प्रदर्शनों ने दोनों खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर निगेटिव अनुमान को फिलहाल स्थगित कर दिया है। यही वजह है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 30 नवंबर से शुरू होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज में भी दोनों को शामिल किया गया है।
बीसीसीआई की प्रस्तावित मीटिंग
रिपोर्ट्स के मुताबिक बीसीसीआई दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे श्रृंखला समाप्त होने के बाद कोच गौतम गंभीर, मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक करने की योजना बना रहा है। यह बैठक अहमदाबाद में तीसरे वनडे मैच के दौरान या उसके बाद हो सकती है। इस बैठक का उद्देश्य दोनों खिलाड़ियों की भूमिका को स्पष्ट करना और 2027 वनडे विश्व कप तक की टीम रणनीति तय करना है। बीसीसीआई यह सुनिश्चित करना चाहता है कि रोहित और कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ी अनिश्चितता में न रहें और उन्हें साफ-साफ बताया जाए कि उनसे आगे क्या अपेक्षाएँ हैं।
फिटनेस और प्रदर्शन होंगे प्रमुख मुद्दे
सूत्रों के अनुसार बीसीसीआई रोहित शर्मा को पहले ही यह संदेश दे चुका है कि उन्हें अपने भविष्य को लेकर अफवाहों पर प्रतिक्रिया देने के बजाय अपनी फिटनेस और निरंतर प्रदर्शन पर ध्यान देना चाहिए। उम्र के इस पड़ाव पर फिटनेस दोनों खिलाड़ियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि विश्व कप 2027 तक उनकी आयु क्रमशः 40 वर्ष के करीब होगी। टीम मैनेजमेंट भी यही चाहता है कि रोहित और कोहली अपने खेल पर फोकस रखें और टीम की जरूरतों के अनुसार तैयार रहें। दूसरी ओर, यदि किसी स्थिति में दोनों लंबे समय तक वनडे खेलने की स्थिति में न हों, तो टीम को उनके विकल्प खोजने होंगे। इसीलिए बैकअप खिलाड़ियों की पहचान भी जल्द शुरू हो सकती है।
दक्षिण अफ्रीका सीरीज का महत्व
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी श्रृंखला भारतीय टीम के भविष्य की रणनीति तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। चयनकर्ता और टीम मैनेजमेंट यह परखना चाहेंगे कि दोनों खिलाड़ी लंबी अवधि तक वनडे क्रिकेट के लिए फिट रह सकते हैं या नहीं। साथ ही मौजूदा फॉर्म और टीम संयोजन पर भी नजर रहेगी। रोहित और कोहली का अनुभव भारतीय क्रिकेट के लिए बहुमूल्य है, लेकिन किसी भी टीम को भविष्य की योजनाएँ भी बनानी पड़ती हैं। यही कारण है कि बीसीसीआई अब खिलाड़ियों की उपलब्धता और दीर्घकालिक भूमिका को स्पष्ट करने पर जोर दे रहा है।
टीम मैनेजमेंट की राय और खिलाड़ियों से संवाद
सूत्र बताते हैं कि बीसीसीआई यह सुनिश्चित करना चाहता है कि रोहित और कोहली यह जानें कि उनसे आगे क्या अपेक्षित है। उन्हें यह भी बताया जाएगा कि टीम मैनेजमेंट और चयन समिति उनकी भूमिका को किस दृष्टि से देख रही है। खिलाड़ी किसी भी असमंजस या अस्पष्टता की स्थिति में न रहें, यह बोर्ड की प्राथमिकता है। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इतने अनुभवी खिलाड़ियों के लिए यह जरूरी है कि उनकी भूमिका पारदर्शी हो। अनिश्चितता के साथ खेलना न तो उनके लिए और न ही टीम के लिए उचित है।
भविष्य के लिए विकल्प तलाशने की योजना
यह भी रिपोर्टों में सामने आया है कि बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट धीरे-धीरे ऐसे बैकअप खिलाड़ियों की पहचान करना चाहते हैं जो जरूरत पड़ने पर रोहित या कोहली की जगह ले सकें। यह टीम की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है। हालांकि फिलहाल इस बात का संकेत नहीं है कि दोनों दिग्गज खिलाड़ी तुरंत वनडे क्रिकेट से हटने वाले हैं। टीम में युवा खिलाड़ियों को धीरे-धीरे तैयार करने का भी विचार चल रहा है, जिससे 2027 विश्व कप के समय तक टीम संतुलित और तैयार रहे। रोहित शर्मा और विराट कोहली भारतीय क्रिकेट के दो सबसे सफल और प्रभावशाली खिलाड़ी रहे हैं। उनका अनुभव और खेल कौशल आने वाले वर्षों में टीम के लिए महत्वपूर्ण रहेगा। लेकिन उम्र, फिटनेस और भविष्य की योजनाओं को ध्यान में रखते हुए बीसीसीआई को अब उनके वनडे करियर का स्पष्ट रोडमैप तय करना आवश्यक हो गया है। दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला के बाद प्रस्तावित बैठक इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि बोर्ड और टीम मैनेजमेंट उनकी भूमिका को कैसे परिभाषित करता है और 2027 वर्ल्ड कप के लिए टीम संयोजन कैसा बनता है।

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