पटना में डिवाइडर से टकराई तेज रफ्तार बाइक, दो युवकों की दर्दनाक मौत

पटना। राजधानी पटना से एक दर्दनाक सड़क हादसे की खबर सामने आई है। मंगलवार को मोकामा-पटना फोरलेन पर अथमलगोला थाना क्षेत्र के अंतर्गत चंदा गांव के पास तेज रफ्तार बाइक डिवाइडर से टकरा गई, जिससे दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान कन्हाईपुर गांव निवासी राजा बाबू और अनिकेत कुमार के रूप में की गई है। बताया जा रहा है कि दोनों युवक मोकामा से पटना की ओर जा रहे थे। बाइक की रफ्तार अत्यधिक तेज होने के कारण वह अनियंत्रित हो गई और डिवाइडर से जा टकराई।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों युवक बाइक से कई फीट दूर जा गिरे और गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। अथमलगोला थाना प्रभारी नवीन कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों युवकों को अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। बाद में शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। गौरतलब है कि मोकामा-पटना फोरलेन पर पिछले एक महीने में 12 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इन हादसों के पीछे मुख्य रूप से तेज रफ्तार, लापरवाही से ओवरटेकिंग, डिवाइडर से टक्कर और पीछे से वाहनों की टक्कर को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। इसके अलावा, फोरलेन से जुड़ने वाली छोटी सड़कों से अचानक गाड़ियों के निकलने के कारण भी दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को फोरलेन पर ट्रैफिक नियंत्रण और सुरक्षा उपायों को लेकर सख्त कदम उठाने की जरूरत है। अक्सर यह देखा जाता है कि बाइक सवार हेलमेट नहीं पहनते और तेज गति से वाहन चलाते हैं। इसके अलावा, डिवाइडर के आसपास कोई संकेतक या रिफ्लेक्टर न होने से रात के समय दृश्यता की कमी रहती है, जो हादसों का कारण बनती है। अथमलगोला थानाध्यक्ष ने बताया कि इस मामले की जांच जारी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं दुर्घटना में किसी अन्य वाहन की भूमिका तो नहीं थी। साथ ही, स्थानीय प्रशासन से अपील की गई है कि फोरलेन पर यातायात व्यवस्था को और सख्त बनाया जाए और लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाए। यह घटना फिर एक बार तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाने के खतरों की ओर इशारा करती है। युवाओं में बढ़ती बाइक रेसिंग की प्रवृत्ति और सुरक्षा नियमों की अनदेखी चिंता का विषय बनती जा रही है। यदि समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं पाया गया तो आने वाले दिनों में ऐसे हादसों की संख्या और बढ़ सकती है।
